कुशवाह नगर, पाटनीपुरा, प्रोफेसर कॉलोनी में मिला लार्वा
इंदौर। कोरोना (Corona) का खतरा कम हुआ तो डेंगू (Dengue) फैलाने वाले मच्छर डंक मारने लगे हैं। शहर के कुशवाह नगर, पाटनीपुरा, प्रोफेसर कालोनी क्षेत्र में डेंगू (Dengue) के चार मरीज सामने आए। इस प्रकार इस माह में डेंगू मरीजों की संख्या बढक़र 7 हो गई है। जिला मलेरिया विभाग (Malaria Department) ने प्रभावित क्षेत्रों में मच्छरों के विनष्टीकरण (Destruction) के लिए अभियान चलाया है। अब तक पांच घरों में लार्वा मिला है। मलेरिया विभाग के अधिकारी डॉ. दौलत पटेल (Daulat Patel) ने बताया कि बरसात प्रारंभ होते ही मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जिसे देखते हुए लोगों को मच्छरों के विनष्टीकरण व बीमारियों से बचाव के लिए जागरुक अभियान चलाया जाता है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों की तुलना में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया का खतरा कम हुआ है। डेंगू के मरीज मिलने पर संबंधित क्षेत्रों में दवा का छिडक़ाव कराया गया। लार्वा विनष्टीकरण (Destruction) के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रतिदिन 600 घरों में कर रहे जांच
डेंगू (Dengue) के मरीज सामने आने के बाद जिला मलेरिया विभाग (Malaria Department) ने लार्वा का पता लगाने के लिए सर्वे प्रारंभ किया है। डेंगू प्रभावित क्षेत्रों (Affected area) में घर-घर मच्छरों के लार्वा मिल रहे हैं। प्रतिदिन हमारी 16 टीमें शहर में 600 से 700 घरों में जाकर लार्वा की जांच कर रही है। जिन क्षेत्रों में मरीज मिले है, उसके आस-पास के घरों में भी जांच की जा रही है। कूलर, छत पर रखी टंकियों, गमलों में मिले लार्वा का विनष्टीकरण (Destruction) कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल (Daulat Patel) ने बताया कि डेंगू (Dengue) फैलाने वाले एडीज मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। बरसात के मौसम में जगह-जगह पानी भर जाता है। इन गड्ढों, डबरों में जमा पानी मच्छरों की तादात बढ़ाता है। घर के कूलर, फ्रिज, एसी, गमला, टंकी आदि में लंबे समय तक पानी जमा रहने से मच्छरों का खतरा बढ़ता है। इसलिए समय-समय पर इनकी सफाई का ध्यान रखा जाना चाहिए। अनावश्यक जल भराव हो वहां केरोसिन या जला हुआ तेल डालें। मच्छरदानी लगाकर सोएं।
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