जबलपुर। नर्मदा मिशन के संस्थापक पर भगवान शिव के अपमान का आरोप लगा है । कुछ दिनों से नर्मदा मिशन के संस्थापक का एक फोटो वायरल हो रहा है जिसमें की समर्थ सरकार त्रिपुंड लगे हुए शिव लिंग पर पैर रखकर खड़े हुए हैं शिवलिंग के बगल में त्रिशूल लगा है और अपने आप को महिमामंडित करते हुए अपने भक्तों से फ ोटो खिंचवाते हुए दिख रहे हैं।
सोशल मीडिया में वायरल हुई फोटो
जिस प्रकार से यह फोटो लगातार पिछले 1 से 2 सप्ताह के मध्य वायरल हो रही है उसके बाद सतत रूप से नर्मदा मिशन के संस्थापक पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं । अपने आपको नर्मदा मिशन का संस्थापक बताने वाले और नर्मदा जी के लिए सतत् रुप से आंदोलन करने वाले संत ने ऐसी गलती कैसे कर दी जिससे सनातन समाज की भावनाएं आहत हो गई यह कोई समझ नहीं पा रहा है।
फोटो देखकर हतप्रभ रह गया संत समाज
मामले को बढ़ता देख संत समाज काफी हैरत में है। समाज के कई अग्रणी संत समाज में इस फोटो को देखकर बड़ी निंदा व्यक्त की है। संतों का कहना है कि अगर इस प्रकार की हरकत एक संत द्वारा ही की गई है तो वह समझ से परे है। संत समाज के बुद्धिजीवी का कहना है कि अगर किसी भी पत्थर पर त्रिपुंड लगा दिया जाए तो वह शिवलिंग ही माना जाता है और शिवलिंग के ऊपर बैठकर इस प्रकार से अपने आप का महिमामंडन करना यह बहुत ही ओंछी हरकत है। अगर सचमुच यह फोटो सत्य है तो यह संत द्वारा किया गया सबसे निंदनीय कृत्य है।
क्या कह रहे हैं समर्थक
समर्थक इस मामले में दूसरा ही पक्ष रखते नजर आ रहे हैं। इनका कहना है कि कहीं ना कहीं फोटो से छेड़छाड़ की गई है और विभिन्न तरीके से फोटो वायरल की गई है । भला एक संत इस प्रकार की हरकत क्यों करेगा! इसके पूर्व भी नर्मदा मिशन के संस्थापक को जान से मारने की धमकी मिली थी।
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