नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर (Former US President Jimmy Carter) ने वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए (For Global Peace and Harmony) अथक काम किया (Worked Tirelessly । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया। कार्टर का रविवार को निधन हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को एक्स पर लिखा, “पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन से बहुत दुखी हूं। वह एक महान दूरदर्शी राजनेता थे, उन्होंने वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए अथक काम किया।” पीएम मोदी ने लिखा, “भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में उनका योगदान एक स्थायी विरासत छोड़ गया है। उनके परिवार, दोस्तों और अमेरिका के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।” कार्टर का रविवार को 100 वर्ष की आयु में प्लेन्स, जॉर्जिया स्थित अपने घर में निधन हो गया। वह अमेरिकी इतिहास में सबसे ज़्यादा समय तक जीवित रहने वाले पूर्व राष्ट्रपति थे। अक्टूबर में ही उन्होंने अपना 100वां जन्मदिन मनाया था।
1977 से 1981 अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे जिम्मी कार्टर के नाम इजरायल और मिस्र के बीच कैंप डेविड समझौते जैसी उप्लब्धियां हैं लेकिन घरेलू स्तर पर मंदी अर्थव्यवस्था, ईरान में बंधक संकट और अफगानिस्तान पर सोवियत संघ का हमला, ऐसे मुद्दे थे जिनकी वजह से उन्हें संघर्ष करना पड़ा। कार्टर व्हाइट हाउस में केवल एक ही कार्यकाल पूरा कर पाए। 1980 के यूएस प्रेसिडेंट इलेक्शन में उन्हें रिपब्लिकन रोनाल्ड रेगन से करारी हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि कार्टर ने राष्ट्रपति पद के बाद एक असाधारण जीवन जिया और 2002 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार जीता। पुरस्कार प्रशस्ति पत्र में कहा गया, “अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान खोजने, लोकतंत्र और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने, आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए उनके दशकों के अथक प्रयास के लिए।” कार्टर 1959 में ड्वाइट आइजनहावर और 1969 में रिचर्ड निक्सन के बाद भारत आने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे। 1978 में इस यात्रा में उनके साथ प्रथम महिला रोजलिन कार्टर भी थीं, जिनकी बाद में नवंबर 2023 में 96 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई।
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