नई दिल्ली। पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे अगले हफ्ते विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। हरीश साल्वे देश के जाने-माने वकील और ब्रिटेन में क्वींस काउंसिल हैं। 65 वर्षीय साल्वे, पिछले महीने ही अपने 38 साल के वैवाहिक जीवन को तिलांजलि देकर अपनी पत्नी मीनाक्षी साल्वे से तलाक लेकर कानूनी तौर पर अलग हो गए थे। हरीश साल्वे और मीनाक्षी की दो बेटियां भी हैं। हरीश साल्वे अपनी दोस्त कैरोलिन ब्रॉसर्ड के साथ 28 अक्टूबर को लंदन के एक चर्च में विवाह करने जा रहे हैं। दोनों का ये दूसरा विवाह है।
साल्वे भी धर्म बदलकर अब ईसाई बन चुके हैं। अपनी होने वाली पत्नी कैरोलिन के साथ वे पिछले दो सालों से नियमित रूप से उत्तरी लंदन के चर्च में जाते रहे हैं। हरीश साल्वे और कैरोलिन दोनों का ये दूसरा विवाह है। दोनों की पूर्व विवाह से संतानें भी हैं। पेशे से कलाकार कैरोलिन 56 साल की हैं और एक लड़की की मां हैं। हरीश साल्वे की कैरोलिन से मुलाकात आर्ट एग्जीबिशन में हुई थी। दोनों के बीच की यह मुलाकात धीरे-धीरे और गहरी हो गई।
बकौल साल्वे तलाक के बाद लंदन में बच्चों से दूर रहते हुए भी कैरोलिन ने उन्हें भावनात्मक रूप से काफी संभाला। दोनों के बीच अंडरस्टैंडिंग जमी और बात आगे की जिन्दगी एक साथ गुजारने तक आ पहुंची। चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे और साल्वे दोनों की पढ़ाई एक ही स्कूल में हुई है। दोनों महाराष्ट्र के नागपुर शहर में पढ़ाई करते थे। 1976 में साल्वे दिल्ली आए गए और बोबडे मुंबई हाई कोर्ट। बाद में बोबडे हाई कोर्ट जज बन गए और साल्वे सीनियर एडवोकेट और फिर सॉलिसिटर जनरल।
हरीश साल्वे शुरू से ही अपनी प्रतिभा की बदौलत नामी वकील रहे हैं। यही वजह थी कि उन्हें भारत सरकार ने सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया था। साल्वे, कुलभूषण जाधव सहित कई अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भारत सरकार की पैरवी कर देश को गौरवान्वित कर चुके हैं। भारत सरकार की विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के आग्रह पर उन्होंने इस केस की सुनवाई के लिए सिर्फ एक रुपए फीस ली थी। देश दुनिया के नामी उद्योगपतियों और कंपनियों वोडाफोन, रिलायंस, मुकेश अंबानी, रतन टाटा जैसे सभी बड़े नामों के कानूनी मामलों की कोर्ट में नुमाइंदगी भी साल्वे ने ही की है।
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