इस्लामाबाद। इस समय पाकिस्ताान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Former Prime Minister of Pakistan Imran Khan) का विवादो से नाता नहीं टूट रहा है उनके खिलाफ आए दिन नए-नए ऐसे खुलासे हो रहे हैं जो हैरान करने वाले हैं। आपको बता दें कि हाल ही में उन्ही के करीबी ने दावा किया था कि उन्हें साउदी अरब से मिलीं कीमती घडि़यां कौडि़यों के दाम (the price of the watches) बेच दी थी कि अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Pakistan’s Defense Minister Khawaja Asif) ने दावा किया कि इमरान ने क्रिकेट खेलने के दौरान भारत से मिले स्वर्ण पदक को बेच दिया। उनको पदक पाकिस्तान टीम में अच्छा प्रदर्शन करने पर मिला था। इमरान खान पर सरकारी खजाने से तोहफों को बेचे जाने का आरोप लगा है जिसको लेकर मौजूदा सरकार और उसके मंत्री लगातार उनपर हमलावर हैं।
मीडिया खबरों के अनुसार सोमवार को एक टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह खुलासा किया, हालांकि ख्वाजा आसिफ ने इमरान खान द्वारा कथित रूप से बेचे गए स्वर्ण पदक के बारे में कोई विवरण नहीं दिया। विदित हो कि इमरान खान पर तोहफे में मिली एक बेशकीमती कलाई घड़ी बेचे जाने के भी आरोप लगा है। विवाद तब काफी बढ़ गया जब एक कारोबारी ने दावा किया कि उसने इमरान खान की पत्नी की दोस्त से बेहद सस्ती कीमत में घड़ी खरीदी। यह खड़ी इमरान खान को सऊदी क्राउन प्रिंस ने दी थी।
उन्होंने दावा किया कि इमरान खान को यह पदक 1987 में मुंबई में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया द्वारा इमरान खान को दिया गया था। उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मुफ्त में पदक दान कर दिया था और पीसीबी ने दान स्वीकार किया और मुझे एक प्रमाण पत्र भी दिया।
इधर इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को सत्ता में वापसी के लिए प्रचार करने की जरूरत नहीं है। लाहौर में अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देश को चल रही आर्थिक उथल-पुथल से बाहर निकालने के लिए जरूरी हैं। इससे जनता के बीच स्थिरता और विश्वास पैदा होगा।
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