भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नेताओं की टिकट के लिए अब गहमागहमी तेज हो गई है। जिसकी सुगबुगाहट पन्ना विधानसभा से पहले देखने के लिए मिली है। जहां पर एक बार फिर भाजपा की राजनीति की कद्दावर नेत्री और तीन बार पूर्व मंत्री का दायित्व संभाल चुकी कुसुम सिंह महदेले ने चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है। इतना ही नहीं उन्होंने 75 वर्ष के फार्मूले को लेकर भी अपना ब्यान देते हुए कहा कि इस प्रकार की कोई गाइडलाइन पार्टी की तरफ से 2018 विधानसभा में जारी नहीं की गई थी। इसके बावजूद मेरे साथ-साथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं टिकट काटी गई थी।
पन्ना विधानसभा से चुनाव लडऩे वाली पूर्व मंत्री कुसुम सिंह महदेले ने 29 वर्ष प्रदेश की सत्ता में रही है। 2018 में पन्ना उनका टिकट भाजपा की चुनाव समिति ने काट दिया था। उनकी जगह पर बृजेंद्र प्रताप सिंह को पन्ना से टिकट दिया। जबकि वह पवई विधानसभा से चुनाव लड़ते रहे हैं। वर्तमान में अभी प्रदेश सरकार में खनिज एवं श्रम मंत्री है।
पार्टी के लिए दिया जीवन, फिर भी कटी टिकट
2023 विधानसभा चुनाव में पन्ना विधानसभा से उनकी सीट पर असमंजस की स्थिति अभी से निर्मित होने लगी है। क्योंकि भाजपा राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय रही। पूर्व मंत्री कुसुम सिंह महदेले ने पन्ना विधानसभा से चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि मैंने पूरा जीवन अपनी पार्टी के लिए समर्पित किया है। फिर भी 2018 में मेरा टिकट काट दी। जबकि 75 वर्ष उम्र की पार्टी की तरफ से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई। कुसुम सिंह महदेले ने बताया कि अभी हाल ही में पन्ना विधायक और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह मुझसे मुलाकात करने आए थे। जिन्होंने लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए मुझसे बात की है। उन्होंने कहा कि आप लोकसभा का चुनाव लडि़ए। लेकिन मैं पार्टी निर्णय का इंतजार करूंगी। पार्टी अगर विधानसभा के लिए टिकट देगी, तो जरूर चुनाव लड़ूंगी। अगर कुसुम सिंह महदेले और वर्तमान मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की आपसी सहमति बन रही और पन्ना से कुसुम सिंह महदेले और पवई विधानसभा से बृजेंद्र प्रताप सिंह चुनाव लडऩे के लिए राजी होंगे, तो फिर पन्ना विधानसभा से सपने सजो रहे करीब आधा दर्जन नेताओं के सपने चूर हो जाएंगे।
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