ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior of Madhya Pradesh) के भितरवार में पांच बीघा जमीन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भिरतवार के गोहिंदा गांव में 96 गांव के जाटव समाज के लोगों की महापंचायत (mahapanchayat) हुई। इसमें पूर्व मंत्री और लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी (Imarti Devi) ने विवादित बयान दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें इमरती देवी अनुसूचित जाति (scheduled caste) के लोगों को सरकारी जमीन पर कब्जा करने के लिए उकसाती दिख रही हैं। इस दौरान पंचायत में जो जमीन सरकारी (land government) है, वो हमारी है के नारे भी लगे।
वीडियो में इमरती देवी कह रही हैं कि उन्होंने सहराई में खुद जमीन घेरी और खड़े होकर बाबा साहब की मूर्ति लगवाई। वहां काम करवाया। उन्होंने कहा कि बिलौआ में खाली जमीन डली थी। लोगों ने पूछा क्या करें। हमने कहा वह जमीन अपनी है। उन्होंने पूछा कैसे है, हमने कहा ये लो पैसे पकड़ो, बाबा साहब की मूर्ति लाओ और रख दो। अब वहां पर सामुदायिक केंद्र भी बन गया है। वहां पेड़ पौधे लग गए हैं और मेन रोड पर जमीन है। इमरती देवी ने कहा कि हम कहना चाहते हैं कि आप सभी लोग बड़ी हिम्मत और ताकत से लड़ो। पुलिस की गाड़ियों से कभी मत डरना। यह सुन भी रहे हैं। हमने तो एक मुट्ठी बांध ली। यह तो अकेले अकेले है न और हम तो एक हैं।
मध्यप्रदेश में आज हमारे लोगों के गांव के गांव भरे पड़े हैं। जब हमारी इतनी जनसंख्या है तो हमें क्यों डरना। किसी को डरना नहीं है। यदि प्रशासन से बात करना है तो हम एक ही बात कहेंगे कि जिनके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री है कलेक्टर साहब उसको निरस्त करें। आगे का विवाद न बढ़ाए। उन्होंने कहा कि भूमाफिया हमारे समाज से न टकराए और चाहे किसी से टकरा लें। क्योंकि हमारे समाज का खून खौलता है तो हम किसी से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कैसे डबरा विधानसभा में अच्छे अच्छों ने मुझे यहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन इमरती देवी किसी से भी नहीं डरने वाली है।
बता दें भितरवार नगर के पास गोहिंदा मार्ग पर स्थित जमीन के मालिकाना हक को लेर दो पक्षों में विवाद हो रहा है। इस जमीन पर एक पक्ष ने 19 अक्टूबर को डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगा दी थी, जिसे लेकर महापंचायत हो रही है। इसको लेकर प्रशासन भी कोई समाधान नहीं निकाल पाया है। इसको लेकर ही विवाद बढ़ता जा रहा है।
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