नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के र्मोचे (economy front) पर सरकार को झटका लगने वाली खबर है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) में लगातार 7वें हफ्ते गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा भंडार 16 सितंबर को समाप्त हफ्ते में 5.22 अरब डॉलर (down $5.22 billion) घटकर 545.652 अरब डॉलर ($545.652 billion ) रह गया है, जबकि इसके पिछले हफ्ते यह 2.234 अरब डॉलर कम होकर 550.871 अरब डॉलर रहा था। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों यह जानकारी दी।
आरबीआई के आंकड़ों के मुातबिक विदेशी मु्द्रा भंडार में आई गिरावट की बड़ी वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति (एफसीए), विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर), स्वर्ण और अंतरराष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आरक्षित निधि में कमी आना है। रिजर्व बैंक के मुताबिक विदेशी मु्द्रा भंडार 16 सितंबर को समाप्त हफ्ते में 5.22 अरब डॉलर घटकर 545.652 अरब डॉलर रह गया है। विेदेशी मु्द्रा भंडार का ये 2 अक्टूबर, 2020 के बाद से सबसे निचला स्तर है।
आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक एफसीए 4.7 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 484.9 अरब डॉलर पर आ गया है। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 45.8 करोड़ डॉलर घटकर 38.2 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि, विदेशी भंडार में गिरावट आंशिक रूप से मूल्यांकन में बदलाव की वजह से है। वहीं, विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी मु्द्रा भंडार का एक बड़ा हिस्सा रिजर्व बैंक के मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के लिए रुपये को डॉलर के मुकाबले ज्यादा तेजी से मूल्यह्रास से रोकने के लिए किया गया है। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved