भोपाल। राज सरकार ने लटेरी कांड में जांच आयोग तो गठित कर दिया लेकिन बिना जांच किए एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किए गए वन कर्मचारी निर्मल अहिरवार की रिहाई एवं एफआईआर पर कार्यवाही से रोक लगाने, शस्त्र का लाइसेंस देने, बल का दर्जा देने, पुलिस के समान अधिकार देने आदि मांगों को मंजूर करने की कार्यवाही नहीं की है जिस कारण प्रदेश के वन कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि जब तक ज्वलंत मांगे मंजूर नहीं होंगी तब तक जमा की गई बंदूके वन कर्मचारी वापस नहीं लेंगे, ना ही अपना आंदोलन वापस लेंगे। यह निर्णय वन कर्मचारियों ने बैठक करके लिया है। बैठक में अशोक पांडे, आई बी सिंह, प्रेम लाल त्रिपाठी, राजेंद्र सिंह, लव प्रकाश पाराशर, अब्दुल बारी, कमलेश चौधरी, सीपी शर्मा, सत्येंद्र पांडे, भगवानदास बिल्लोरे, नंनूलाल मालवीय, हरी सिंह दरबार आदि दर्जनों वन कर्मचारी शामिल थे।
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