इंदौर। प्रदेश सरकार के वन विभाग के कारण इंदौर-खंडवा बड़ी रेल लाइन प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी सुरंग का काम शुरू नहीं हो पा रहा है। विभाग द्वारा अब तक रेलवे को काम की अनुमति नहीं दी गई है, जबकि इस महत्वपूर्ण कार्य को जल्द शुरू करने के लिए रेलवे बार-बार विभाग से आग्रह कर रहा है। रेलवे सुरंग बनाने के लिए पहले ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ठेकेदार कंपनी को काम सौंप चुका है। रेलवे अफसर अनुमति लेने के लिए इंदौर-भोपाल एक कर रहे हैं, लेकिन चार महीने बाद भी अनुमति नहीं मिल पाई है।
सघन वन में काम करना बड़ी चुनौती : रेलवे को सबसे बड़ी चिंता मानसून सीजन की है। जहां सुरंग बनना है, वह सघन वन क्षेत्र है और वहां तेज बारिश होती है। तब काम करना और दुष्कर हो जाएगा। जहां काम होना है, वहां बड़ी संख्या में जानवर भी हैं, इसलिए पूरी सुरक्षा के साथ काम करना बड़ी चुनौती है।
391 करोड़ की सुरंग : लगभग 4.1 किलोमीटर लंबी यह सुरंग बड़िया से बेका के बीच बनाई जाना है। इसके निर्माण पर 391.15 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। ठेकेदार कंपनी एबीसीआई को काम शुरू होने के बाद ढाई साल में सुरंग बनाकर तैयार करना होगी। आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे इस सुरंग के समानांतर इस्कैप टनल भी बनवाएगा। रेलवे ने जनवरी में कंपनी को काम का ठेका सौंप दिया है, लेकिन अप्रैल खत्म होने आ रहा है और वन विभाग के असहयोग के कारण काम का श्रीगणेश नहीं हो पा रहा है। रेल अफसर वन विभाग के अफसरों से यह आग्रह भी कर चुके हैं कि वे चाहें तो फिलहाल सुरंग के दोनों तरफ के बजाय एक ओर ही काम करने की अनुमति दे दें। हालांकि, सूत्र बताते हैं कि एक बार फिर भोपाल स्थित वन विभाग के आला अफसरों से इस बारे में जल्द फैसला लेने का आग्रह किया जाएगा।
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