भोपाल। वनों में अवैध खनन एवं वन भूमि पर लगातार हो रहे कब्जे को हटाने पर माफिया द्वारा वन अमले पर हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में माफिया से निपटने के लिए वन विभाग अब खुद ही बंदूक खरीदेगा और जिला कलेक्टर लाइसेंस जारी करेंगे। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ)राजेश श्रीवास्तव ने सभी मुख्य वन संरक्षकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
जंगलों में आए दिन वन अमले पर हो रहे हमलों को देखकर वन विभाग ने बंदूक का लाइसेंस देने का फैसला लिया है। उन्हें प्राथमिकता के आधार पर जिले के कलेक्टर बंदूक का लाइसेंस जारी करेंगे। इससे वे जब भी जंगलों में गश्ती करने जाएंगेए तो अपनी रक्षा में गोली चला सकेगें। वन मंडल ग्वालियर में इसी साल दो बड़ी घटनाएं घटित हुई। लॉकडाउन के दौरान शिकारियों ने जंगल से वन्य प्राणियों के शिकार ज्यादा करना शुरू कर दिए थे। मई के महीने में वन रक्षक दीपू राणा घाटीगांव के जंगल में गश्ती पर थे। तभी शिकारी ने श्री राणा में गोली मार दी थी।
ऐसे मिलेगा प्राथमिकता पर बंदूक का लाइसेंस
जो भी वन रक्षक या अधिकारी बंदूक का लाइसेंस लेना चाहता है, वह आवेदन वन मंडलाधिकारी या मुख्य वन संरक्षक को भेजेगा। यहां से अनुशंसा होने के बाद आवेदन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के पास जाएगा।
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