नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में होने वाली G20 समिट से पहले चीन (China) ने दुस्साहस दिखाते हुए भारत (India) के अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) और अक्साई चिन को अपना बताने वाला मैप जारी किया है। अब इस मसले पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) का बयान भी आ गया है। जयशंकर ने प्राइवेट न्यूज चैनल के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत के क्षेत्रों पर बेतुके दावे (absurd claims) करने से वे उनके नहीं हो जाएंगे।
कार्यक्रम में बोलते हुए विदेशमंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन पहले भी मैप (China Map) जारी करके दूसरों के इलाकों पर अपना दावा जताता रहा है। ये उनकी पुरानी आदत है। यह कोई नई बात नहीं है। जयशंकर ने कहा कि इसकी शुरुआत साल 1950 में हुई थी। उन्होंने कहा कि हम अपने इलाके को लेकर पूरी तरह से क्लियर हैं। यह सरकार इस बारे में स्पष्ट है कि हमें अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए क्या करना है। आप देश की सीमाओं पर देख सकते हैं। बेतुके दावे करने से कोई क्षेत्र आपका नहीं हो जाता।
कांग्रेस ने चीन की मंशा पर उठाए सवाल
चीन के जी20 से पहले मैप जारी करने पर कांग्रेस पार्टी ने भी आपत्ति जताई है। कांग्रेस की तरफ से मंगलवार को कहा गया कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन भारत के अभिन्न अंग है। कांग्रेस को चीन को ‘आदतन अपराधी’ बताते हुए कहा कि मनमाने तरीके से बनाए गए मैप से हकीकत को नहीं बदला जा सकता।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन भारत के अभेद्य और अभिन्न हिस्से हैं। उन्होंने कहा कि मनमाने तरीके से बनाया गया चीनी मैप इसे नहीं बदल सकता। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “अन्य देशों से जुड़े इलाकों का नाम बदलने और उन्हें मैप पर दिखाने के मामले में चीन आदतन अपराधी रहा है। कांग्रेस इस तरह के अवैध सीमांकन या भारतीय इलाकों का नाम बदलने पर कड़ी आपत्ति जताती है।”
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