वाशिंगटन। अमेरिका (America) ने चीन(China) में बाढ़ समेत अन्य राजनीतिक गतिविधियां कवर करने वाले विदेशी पत्रकारों (foreign journalists) से चीन के बर्ताव(China’s behavior) पर कड़ी आपत्ति (strong objection) जताई है। अमेरिका (America) ने साफ कहा है कि वैसे तो चीन अपने यहां पर कवरेज के लिए अमेरिकी समेत विदेशी पत्रकारों का स्वागत करता है लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। चीन विदेशी पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने देता है। इतना ही नहीं पत्रकारों को चीन में कठोर निगरानी, उत्पीड़न और धमकियों के बीच काम करना होता है। अमेरिका के मुताबिक कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने हुनान प्रांत में बाढ़ की कवरेज के दौरान पत्रकारों को परेशान किए जाने की जानकारी दी है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा है कि चीन अपने खिलाफ हुई खबरों पर बेहद कठोर बयानबाजी कर माहौल को तनावपूर्ण करने का काम करता है। चीन की तरफ से ऐसी खबरों पर बेहद नकारात्मक टिप्पणी की जाती हैं। इतना ही नहीं इस तरह की खबरों को कवर करने वालों को ऑनलाइन जान से मारने की धमकी दी जाती है। चीन में विदेशी पत्रकार बेहद खराब हालातों में अपने काम को अंजाम देते हैं। स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि चीन में विदेशी पत्रकारों को वीजा देने से इनकार कर दिया जाता है। वहां पर स्वतंत्र रूप से अपने काम को अंजाम देना बेहद मुश्किल है। विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बात की भी उम्मीद जताई गई है कि बीजिंग में 2022 में होने वाले विंटर ओलंपिक एंड पेरालंपिक गेम्स के दौरान चीन पत्रकारों के प्रति अपनी भूमिका को समझेगा और विदेशी मीडिया का स्वागत करेगा।