मुंबई। फोर्ड मोटर कंपनी ने हाल ही में अमेरिकन मार्केट से 2.9 मिलियन व्हीकल्स को रिकॉल करने को लेकर आदेश जारी किया है। इसका कारण ड्राइवर साइड Takata एयरबैग में आया फॉल्ट है। इस रिकॉल की डिमांड अमेरिकी रेग्यूलेटर्स द्वारा जनवरी में की गई थी।
अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमेकर कंपनी ने जनवरी में कहा था कि वो नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन के रिकॉल रिक्वेस्ट को फॉलो करेगी और इस रिकॉल का खर्चा 610 मिलियन डॉलर का होगा। यह डिफेक्ट सबसे खराब स्थिति में टूटने और धातु के टुकड़ों को रहने वालों की ओर भेज सकता है।
Takata एयरबैग में आया फॉल्ट सबसे बड़े रिकॉल का कारण है जिसमें कई ऑटोमेकर कंपनियों द्वारा 67 मिलियन यूनिट्स को रिकॉल करने के लिए कहा गया। इसमें फोर्ड, टोयोटा और होंडा से लेकर मर्सडीज-बेंज, निशान, बीएमडब्ल्यू जैसे कई कंपनियां शामिल हैं और सभी को एयरबैग में गड़बड़ी के कारण कारों को वापस बुलाना पड़ रहा है।
Takata को अप्रैल 2018 में चीन की निंगबो जॉयसन इलेक्ट्रॉनिक कॉर्प ने खरीदा और इसे जॉयसन सेफ्टी सिस्टम नाम दिया। पिछले कुछ सालों से यह लगातार इसे रिकॉल ऑर्डर्स दिए जा रहे हैं। 2015 में भी Takata एक सेटलमेंट क्लेम के लिए एग्री हो गई थी जब इसके एयरबैग के कुछ कम्पोनेंट्स के कारण दो साल बाद हीट और ह्युमिडिटी के कारण यह फटने लगा था।
किआ मोटर्स ने भी अमेरिका में लगभग 4 लाख वाहनों को रिकॉल किया है। संदिग्ध वाहनों में 2017 और 2021 के बीच निर्मित स्पोर्ट एसयूवी और 2017 से 2019 के बीच निर्मित कैडेंजा सिडान शामिल हैं। कंपनी के अनुसार इसके हाइड्रोलिक इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक कंट्रोल यूनिट में एक शॉर्ट सर्किट हो सकता है जिससे आग लग सकती है। हालांकि अमेरिकी नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन ने इस बात की जानकारी दी है कि अभी तक इसके कारण किसी भी एक्सीडेंट की बात सामने नहीं आई है। किआ और हुंडई की कारों पर 137 मिलियन का जुर्माना लगाया जा चुका है क्योंकि कार में खराबी के बाद रिकॉल को लेकर ये दोनों कंपनियां काफी धीमा काम कर रहीं थीं।
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