नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने 20 अगस्त को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक महिला सिख शिक्षिका के कथित अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की घटना को शहबाद सरकार के सामने उठाया है और घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) के जवाब में, जयशंकर ने कहा कि केंद्र ने इस तरह की चौंकाने वाली और निंदनीय घटना पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है।
ईएएम ने कहा, “भारत सरकार ने अपनी उम्मीदों को भी साझा किया है कि पाकिस्तान सरकार ईमानदारी से इसकी जांच करेगी और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। पाकिस्तान से भी देश में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, जिसमें उनके पूजा स्थल भी शामिल हैं।”
गौरतलब है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले में सिख महिला का कथित तौर पर बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया और उसके अपहरणकर्ता से जबरन शादी कर ली गई। 22 अगस्त को, एनसीएम प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने जयशंकर को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि वह इस मामले को पाकिस्तान में अपने समकक्ष के साथ उठाएं ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो और नफरत को रोकने और पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
जयशंकर ने 17 सितंबर को एनसीएम प्रमुख को वापस लिखा कि सरकार ने इस घटना पर ध्यान दिया है और जैसे ही घटना की रिपोर्ट मिली, उसने राजनयिक के माध्यम से पाकिस्तान सरकार के समक्ष इस मामले को उठाया है।
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