इंदौर। नगर निगम (Nagar Nigam) के जनकार्य विभाग में आयुक्त प्रतिभा पाल (Pratibha pal) द्वारा सख्ती की जा रही है, जिसके चलते वर्षों से जमे घाघ भवन अधिकारियों को हटाया गया और महिला अधिकारियों की नियुक्ति की गई। अभी अपर आयुक्त संदीप सोनी के तबादले के कारण खाली हुई जगह पर भी महिला अधिकारी श्रीमती भव्या मित्तल को ही जिम्मेदारी दी गई है। अब जी प्लस थ्री से ऊंची बहुमंजिला इमारतों के साथ कालोनी सेल से जुड़ी अनुमतियों का जिम्मा श्रीमती मित्तल को सौंपा गया है, तो फायर एनओसी (Fire NOC) से संबंधित प्रकरणों के लिए उन्हें ही अग्निशमन प्राधिकारी भी घोषित किया गया है। वहीं ड्रैनेज विभाग की जिम्मेदारी अपर आयुक्त मनोज पाठक को दी गई है। आयुक्त ने कल ये महत्वपूर्ण आदेश जारी कर दिए।
नगर निगम का जनकार्य विभाग ही सबसे अधिक बदनाम रहा है, जिसकी वर्षों से बिल्डरों-कालोनाइजरों से तगड़ी सेटिंग रही, जिसके चलते अवैध कालोनियों और अवैध निर्माणों का सबसे बड़ा गढ़ इंदौर बन गया। अपर आयुक्त संदीप सोनी ने कई बिल्डिंगों की जांच कर कार्रवाई भी की। मगर पिछले दिनों उनके उज्जैन तबादले के बाद यह पद खाली हो गया। लिहाजा कल निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने 12.5 मीटर ऊंचाई और एक एकड़ से अधिक के भूखंडों पर आवासीय या गेर आवासीय प्रकरणों के लिए गठित समिति की जिम्मेदारी श्रीमती भव्या मित्तल को दी। इस समिति की वे प्रमुख रहेंगी। वहीं कार्यपालन यंत्री दिलीपसिंह चौहान, भवन अधिकारी मुख्यालय अनूप गोयल और उपयंत्री सत्येन्द्रसिंह राजपूत कमेटी के सदस्य रहेंगे। वहीं फायर एनओसी और अग्निशमन सुरक्षा उपायों के लिए भी श्रीमती मित्तल को ही अग्निशमन प्राधिकारी घोषित किया है। वे इसकी अध्यक्ष रहेंगी। वहीं सदस्यों में पुलिस अधीक्षक फायर आरएस निंगवाल, अधीक्षण यंत्री अशोक राठौर और कार्यपालन यंत्री अनूप गोयल शामिल किए गए हैं। यानी जी प्लस थ्री से अधिक की ऊंची इमारतों के साथ कालोनी सेल से जुड़े प्रकरणों की मंजूरी श्रीमती भव्या मित्तल की अध्यक्षता में बनी समिति देगी। सभी भवन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने ऐसे सभी प्रकरण स्पष्ट टीप के साथ अपर आयुक्त भवन अनुज्ञा को प्रस्तुत करें और उनकी मंजूरी के बाद ही फीस मेमो जारी किया जाए।
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