भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पहली बार आईपीएस अफसरों (IPS officers) के कामकाज (functioning) का परीक्षण कराया जा रहा है। अफसरों के कामकाज का आकलन करने के लिए एक छानबीन समिति (scrutiny committee) बनाई गई है। 150 अफसरों के कार्यों का परीक्षण करने के बाद लगभग 6 अफसरों पर बर्खास्तगी (dismissal) की कार्रवाई की जा सकती है।
मंत्रालयीन सूत्रों के अनुसार जिन अफसरों ने सर्विस के 15 साल पूरे कर लिए हैं, समिति उनका ट्रैक रिकॉर्ड (track record) चैक करेगी। इसके साथ ही जिन अफसरों ने 25 साल की सर्विस पूरी कर ली है और उनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो गई है, उनका भी रिकॉर्ड चैक किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) के सूत्रों का कहना है कि इस फॉर्मूले के हिसाब से 6 सीनियर आईपीएस अफसरों (IPS officers) पुरुषोत्तम शर्मा, वी. मधुकुमार, सुशोभन बनर्जी, संजय माने और दो अन्य आईपीएस अधिकारियों (IPS officers) के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच भी होगी। वी मधुकुमार, सुशोभन बनर्जी, संजय माने लोकसभा चुनाव में कालेधन (black money) का उपयोग मामले में फंसे हैं। गौरतलब है कि आईपीएस अफसरों (IPS officers) की जांच-पड़ताल (investigation) के लिए केंद्र सरकार ने (15.25.50) फॉर्मूला लागू किया है। इसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में छानबीन समिति (scrutiny committee) बनाई गई है।
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