शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले का 28 साल का फौजी जवान कश्मीर के पुलवामा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गया. शुक्रवार को पवन दंगल को उनके पैतृक गांव पृथ्वी में नम आंखों के साथ विदाई गई. शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ पवन दंगल का अंतिम संस्कार किया गया.
वहीं, कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी शहीद फौजी को श्रद्धांजलि दी गई. शहीद पवन को पदगामपोरा निवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी. बारिश के बीच भी लोगों के कदम नहीं थम और लोग मोमबत्तियां लेकर निकले. इस दौरान लोगों ने कहा कि शहीद पवन ने मस्जिद की पवित्रता को बनाए रखा और अपना बलिदान दे दिया.इस दौरान पदगामपोरा के अलावा आसपास के कई गांवों के भी लोग मौजूद रहे.
गौरतलब है कि कश्मीर में आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित को निशाना बनाय था. इसके बाद सेना ने आतंकियों की तलाश की. इसी दौरान आतंकी मुठभेड़ में पवन कुमार 27 फरवरी को शहीद हो गए थे. पुलवामा जिले में पदगामपोरा में यह आतंकी मुठभेड़ हुई थी. शहीद सिपाही पवन कुमार हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की तहसील रामपुर के पृथ्वी गांवे से थे. उन्हें चार गोलियां लगी थी. बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया था.
शुक्रवार को पवन का पार्थिव शरीर रामपुर पहुंचा था. चंड़ीगढ़ से उन्हें सड़क मार्ग से रामपुर लाया गया था. इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने पवन को श्रद्धाजंलि दी. स्कूल बच्चों ने भी पवन के पार्थिव शरीर पर फूलों की बारिश की थी. गौरतलब है कि पवन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उसकी एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है. पवन के निधन पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी शोक जताया था.
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