इंदौर। केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने दिव्यांगों को सुनहरे सपने दिखाकर व्हीलचेयर, ट्राईसिकल, मोटर ट्राई व्हीकल, वैशाखी, कान की मशीन और कृत्रिम अंग देने के लिए साल भर कैंप लगाए और 1142 दिव्यांगों का चिन्हाकन भी कर लिया गया, लेकिन साल बीत गया, पर इंतजार ही खत्म नहीं हो रहा है।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा अक्टूबर, नवम्बर सहित पूरे साल में कई बार लगाए गए उपकरण वितरण कार्यक्रम में 1142 दिव्यांगों को रजिस्ट्रर तो कर लिया, लेकिन दिव्यांगों को सहारा मिलने की कोई तारीख नजर ही नहीं आ रही। विभाग सहित केंद्र सरकार, राज्य सरकार ने कई बार इंदौर जिले के सभी निकायों में दिव्यांग उपकरण वितरण मेले आयोजित किए, लेकिन अब भी दिव्यांग पूछ रहे हैं, कब मिलेंगे उपकरण। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग सशक्तिकरण योजना के तहत कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदाय किए जाने है, जिसके लिए अक्टूबर व नवम्बर में एलिमको ने 742 दिव्यांगों का चिन्हांकन किया और उसके बाद विभाग ने विभिन्न तरह के आयोजन कर 400 दिव्यांग चिन्हांकित किए, लेकिन लाखों की लागत में दिए जाने वाले इन उपकरणों के वितरण की तारीख घोषित ही नहीं की जा रही। ज्ञात हो कि 66.95 लाख की लागत में केंद्र सरकार द्वारा 742 दिव्यांगों को विभिन्न उपकरण दिए जाने है, वहीं अब तक विभाग द्वारा चिन्हांकित किए गए दिव्यांगों को 80 लाख रुपए की राशि के माध्यम से उपकृत किया जाना है, जिसमें 100 मूकबधिर छात्रों को लेपटाप भी दिए जाना शामिल किया गया है।
7 दिन 7 कैम्प
विभाग से मिली के अनुसार अब विभाग 10 जनवरी से 21 जनवरी तक कैम्प आयोजित कर छूट गए दिव्यांगों का चिन्हांकन करेगा। 10 जनवरी को राऊ, 11 को मानपुर, 12 को महूगांव, 16 को गौतमपुरा, 19 को सांवेर, 20 को हातोद और 21 जनवरी को जनपद पंचायत इंदौर ग्राम देवगुराडिया में दिव्यांगजनों को निशुल्क उपकरण प्रदान करने के लिए कैम्प लगाएगा। सुबह 11 से शाम 5 बजे तक दिव्यांगों का चयन किया जाएगा।
प्रमाण पत्र लाए उपकरण पाए
दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, समग्र आईडी, पासपोर्ट साइज फोटो लेकर आने वाले दिव्यांग जो पूर्व में किसी अन्य कैम्प में चयनित नहीं किए गए हैं, उन्हें चिन्हांकित कर विभाग व्हीलचेअर, ट्रायसिकल, कान की मशीन, मोटराइज्ड ट्रायसिकल, बैसाखी और कृत्रिम अंगों के लिए चिन्हांकित करेगा।
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