– मुख्यमंत्री चौहान ने बाल्टिक शिक्षा एवं संस्कृति केन्द्र हरिद्वार में दिया संबोधन
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि भारतीय संस्कृति का प्रसार पूरी दुनिया में था और हर जगह उसके पद-चिन्ह दिखाई देते हैं। देव संस्कृति विश्वविद्यालय और गायत्री परिवार द्वारा इस दिशा में अद्भुत प्रयास किए गए हैं। हमारी परंपराएं किसी न किसी रूप में बाल्टिक देशों में भी प्रचलित है। भाषा, संस्कृति, परंपरा एवं जीवन मूल्यों में समानता यह स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार में स्थित बाल्टिक शिक्षा एवं संस्कृति केंद्र का अवलोकन किया तथा संबोधन दिया।
कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने मुख्यमंत्री चौहान को सेंटर में संकलित ग्रंथों, वेद और पुराणों के अनुवाद आदि का अवलोकन कराया तथा संस्कृति को सहेजने, सँवारने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति को जीवंत रखने के लिए किया जा रहा यह कार्य बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि बाल्टिक सेंटर ने न केवल देशों को परस्पर जोड़ा है अपितु हमारी समान परंपराओं, जीवन मूल्य और संस्कृति का अध्ययन कर उसे विश्व के सामने भी रखा है। बाल्टिक देशों लिथूनिया, एस्टोनिया और लाटविया के विद्यार्थी भी यहाँ अध्ययन के लिए आते हैं और राजनेता भी आते हैं। परम पूज्य गुरूदेव के आशीर्वाद से भारत और इन देशों को जोड़ने का जो प्रयास हुआ है, वह अभिनंदनीय है।
75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प के पंजीकरण का शुभारंभ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में आजादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव के अंतर्गत 75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प के लिए पंजीकरण का शुभारंभ एवं वेबसाइट का लोकर्पण किया। उन्होंने योग गुरू स्वामी रामदेव जी और योगाचार्य बालकृष्ण के साथ सूर्य नमस्कार किया। (एजेंसी, हि.स.)
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