भोपाल। ट्रेनों में अब फिर से यात्रियों को खाना मिल सकेगा। रेलवे यात्रियों के लिए ई-कैटरिंग की सुविधा फरवरी से फिर से शुरू करने जा रहा है। रेलवे मिनिस्ट्री ने इसके लिए आईआरसीटीसी को अनुमति दे दी है। लिहाजा ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों को ऑर्डर बुक करने पर खाना मिलेगा। हालांकि, इसकी शुरुआत देश के कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों से हो रही है। पिछले साल 23 मार्च को केंद्र सरकार ने कोरोना के चलते सभी ट्रेनें बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद जब ट्रेनें शुरू हुईं तो उनमें पैंट्री कार नहीं थी। अब आईआरसीटीसी की इस सुविधा से यात्री ऑनलाइन ही पसंदीदा रेस्टोरेंट से अपना खाना ऑर्डर कर सकते है। ऑर्डर करने के समय यात्रियों को यह बता दिया जाएगा कि उनका खाना किस स्टेशन पर और कितनी देर में पहुंचेगा। यात्री को कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। खाना उनकी सीट पर पहुंचा दिया जाएगा।
पूरी ऐहतियात रखी जाएगी
रेल रेस्ट्रो इस महीने के अंत से काम शुरू करने को तैयार है। इसके लिए कंपनी ने कड़े दिशा-निर्देश दिए हैं, जिसमें परिचालन के दौरान कई बार रेस्त्रां के कर्मचारियों और डिलीवरी कर्मियों की थर्मल स्कैनिंग, रेस्त्रां के कर्मचारियों और डिलीवरी कर्मियों द्वारा मास्क या फेसशील्ड का इस्तेमाल शामिल है।
बड़ी कंपनियों के साथ समझौता
आईआरसीटीसी ने कई नामी फूड कंपनियों के साथ करार किया है। ट्रेन के सफर के दौरान अब मुसाफिरों को एमटीआर, आईटीसी, डूकेन, बाघ बकरी, आरके केटरर, हल्दीराम समेत कई नामी कंपनियों का रेडी टू ईट फूड मिलेगा। दरअसल, कोविड के चलते फिलहाल सिर्फ स्पेशल ट्रेन ही चल रही हैं और इनमें पैंट्री व्यवस्था पर फिलहाल रोक है। ऐसे में रेलवे इन ट्रेनों में रेडी टू ईट मील का कंसेप्ट पसंद आ रहा है। रेलवे के सूत्रों की मानें तो रेल मंत्री पीयूष गोयल इस योजना को जल्द नीति के तहत लागू करना चाहते हैं। नीति लागू होने पर जिन ट्रेन में पैंट्री व्यवस्था है, वहां से कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर आईआरसीटीसी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, ताकि वो ट्रेन में रेडी टू ईट मील सर्व कर सके।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved