उज्जैन। 22 जनवरी की शाम को महाकाल के आंगन में रंगारंग आतिशबाजी होगी तथा इसी से आकाश रोशन होगा। महाकाल की पाँच आरती में भगवान को पाँच-पाँच क्विंटल फूलों की वर्षा की जाएगी। कलाकारों द्वारा दीपों से जय श्रीराम की आकृति निर्मित करेंगे। ड्रोन से भी फूलों की बारिश की जाएगी।
22 जनवरी को अयोध्या के साथ ही ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भी श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा का उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। 22 जनवरी को मंदिर में आकर्षक पुष्प व विद्युत सज्जा होगी। एक लाख दीपों से महाकाल का आंगन जगमगाएगा। रंगारंग आतिशबाजी से आकाश रोशन होगा। 22 जनवरी को तड़के चार बजे भस्म आरती से रात 11 बजे शयन आरती तक दिनभर उत्सवी छटा बिखरेगी। सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल की महापूजा होगी। इसके अंतर्गत भगवान का फलों के रस व सुगंधित द्रव्यों से महाअभिषेक होगा। भगवान को सोने-चांदी के आभूषण धारण कराकर दिव्य श्रृंगार किया जाएगा। भगवान महाकाल को श्रीराम का प्रिय महाभोग लगाया जाएगा। आरती के पश्चात भक्तों को महाप्रसादी का वितरण भी होगा। दिन में मंदिर में होने वाली सभी पांच आरती में भगवान को पांच-पांच क्विंटल फूलों की वर्षा की जाएगी। सुबह आठ बजे से नंदी व गणेश मंडपम् में श्रीराम संकीर्तन होगा। सुबह 11 बजे शिवराम की स्तुति की जाएगी। दोपहर 12.30 बजे मंदिर के मार्बल चबूतरे पर भगवान श्रीराम की महाआरती होगी। इस दौरान संपूर्ण परिसर में ड्रोन से पुष्प वर्षा की जाएगी। आरती के उपरांत भक्तों को महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। शाम सात बजे नवनिर्मित शिखर दर्शन परिसर तथा कोटितीर्थ कुंड के आसपास एक लाख दीप प्रज्जवलित कर दीपावली मनाई जाएगी। कलाकार दीपों से जय श्रीराम की आकृति निर्मित करेंगे। रात आठ बजे मंदिर परिसर में भव्य रंगारंग आतिशबाजी की जाएगी। भक्तों को अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव दिखाने के लिए मंदिर परिसर तथा श्री महाकाल महालोक में अनेक स्थानों पर विशाल स्क्रीन लगाई जाएगी।
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