गुवाहाटी: असम (Assam) में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी गंभीर बनी रही. इस विनाशकारी बाढ़ (devastating flood) से नौ जिलों में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. हालांकि बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे घटने लगा है. बाढ़ को लेकर सरकार ने राहत बचाव के कार्य तेज कर दिए हैं. नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (National Disaster Relief Force) की तैनाती की गई है. गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने सीएम हिमंता विस्व सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) से बात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.
बाढ़ के हालात देखते हुए राज्य और जिला प्रशासन (State and District Administration) के समन्वय से असम के बाढ़ प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ‘एनडीआरएफ’ की 10 टीमों को तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की टीमें निचले इलाकों से बचाव और निकासी का काम कर रही हैं. एनडीआरएफ ने कई मुश्किल चुनौतियों का सामना करते हुए अब तक 123 से अधिक लोगों और कई मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है. रेस्क्यू के दौरान 11 लोगों की जान बचाई गई है. टीमों ने राहत सामग्री के वितरण में स्थानीय अधिकारियों की भी सहायता की है.
फिलहाल असम में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है. टीमें निचले इलाकों की रेकी कर रही हैं. नियंत्रण कक्ष महानिदेशक मुख्यालय एनडीआरएफ स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और संबंधित अधिकारियों, हितधारकों के साथ समन्वय में बना हुआ है. असम राज्य बाढ़ और भूस्खलन, प्री मानसून बारिश और उसके बाद दक्षिण पश्चिम मानसून 2023 की बारिश का सामना कर रहा है. असम के जो जिले बाढ़ से सर्वाधिक 15 जिले प्रभावित हुए हैं उनमें नलबाड़ी, बक्सा, बारपेटा, कामरूप ग्रामीण, धुबरी, चिरांग, दरांग, डिब्रूगढ़, धेमाजई प्रमुख हैं. यहीं से पिछले कुछ दिनों में बाढ़ जैसी स्थिति की सूचना सबसे अधिक आई हैं.
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