नई दिल्ली। असम(Assam) में बाढ़ से हालात और भी बिगड़ते जा रहे हैं। यहां दिन-प्रतिदिन स्थिति बदतर होती जा रही है। असम में गुरूवार तक 118 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा (Chief Minister Himanta Vishwa Sarma) ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिलचर शहर का हवाई सर्वेक्षण (aerial survey) किया है। हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार अब बाढ़ (Flood) पीड़ित लोगों की संख्या घाट रही है। बाढ़ से 30 जिलों के 45.34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि बुधवार को 32 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 54.5 लाख थी।
Over the last few days, parts of Assam have witnessed flooding due to heavy rainfall. The Central Government is continuously monitoring the situation in Assam and is working closely with the State Government to provide all possible assistance to overcome this challenge.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 23, 2022
अधिकांश प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां (Brahmaputra and Barak rivers) तथा उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं। हालांकि कुछ जगहों पर बाढ़ का पानी घटा है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मई के मध्य में आई बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ कर अब 108 हो गई है।
बाढ़ की वजह से एक हफ्ते पहले हुईं गर्मी की छुट्टियां
उन्होंने यह नहीं बताया कि सेना की कितनी टुकड़ियां इस काम में लगायी जाएंगी। बराक घाटी के तीन जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी गंभीर रूप से बाढ़ की चपेट में हैं। बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिससे छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारपेटा की स्थिति सबसे खराब है जहां 10,32,561 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। कामरूप में 4,29,166, नगांव में 4,29,166, धुबरी में 3,99,945 लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, बाढ़ की वजह से राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां एक हफ्ते पहले ही घोषित कर दी गई हैं। शिक्षा विभाग के सचिव भरत भूषण देव चौधरी ने एक अधिसूचना में कहा कि छुट्टियां 25 जून से 25 जुलाई तक रहेंगी। पहले इसके लिए एक जुलाई से 31 जुलाई तक की अवधि तय की गई थी।
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