दिसपुर। असम में आई बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। यहां कई इलाके डूब चुके हैं। जन-जीवन अस्त व्यस्त है। आंकड़ों के मुताबिक, करीब 29 जिलों के करीब 7.12 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इस बीच बाढ़ग्रस्त इलाकों में मदद के लिए वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। वायु सेना के जवान बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित इलाकों में ले जा रहे हैं। वहीं मुख्य मार्ग से कट चुके क्षेत्रों में राहत सामग्री भी पहुंचा रहे हैं।
भारतीय वायु सेना की ओर से रविवार को इसकी तस्वीरें जारी की गईं। वहीं एनडीआरएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि अब तक 500 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। एनडीआरएफ इंस्पेक्टर महीप मौर्य ने बताया राहत कार्य के लिए कई टीमें तैनात की गई हैं। कई लोग अपना घर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसलिए उन्हें राहत सामग्री वहीं पर पहुंचाई जा रही है।
कई इलाकों में अभी भी बुरी स्थिति
शुक्रवार के बाद से असम के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार देखने को मिला था। लेकिन अभी भी कई जगहों पर गंभीर स्थिति बनी हुई है। यहां के नगांव, होजई, कछार, दरांग, मोरीगांव और करीमगंज जिलों में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। ये इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं और मुख्य मार्ग से कट चुके हैं। ऐसे में यहां राहत कार्य जारी रखने में प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। असम में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक मरने वालों की संख्या 14 हो गई है।
करीब आठ लाख लोग प्रभावित
आधिकारिक बयान के मुताबिक कुल 74,705 बाढ़ प्रभावित 234 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार राज्य के 29 जिलों के करीब 7.12 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अकेले नगांव जिले में 3.36 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। कछार, लखीमपुर और नगांव जिले में दो बच्चे समेत चार लोग शुक्रवार को बाढ़ में बह गए। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की 80,036.90 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न है और 2,251 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
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