गुवाहटी। बाढ़ की वजह से असम में हालात गंभीर बनी हुई है। ब्रह्मपुत्र नदी भी अपने खतरे के स्तर को पार कर चुकी है, जिस वजह से आधा राज्य पानी में डूब गया है। जलस्तर बढ़ने के कारण मोरिगांव जिले में भी बाढ़ की स्थिति बन गई। बाढ़ की वजह से जिले के 105 गांव डुब गए। वहीं 3059 हेक्टेयर फसल भी जलमग्न हो गए हैं।
बाढ़ की वजह से असम की हालात पर राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा ने कहा, ‘बाढ़ की वजह से राज्य के 22,000 हेक्टेयर फसल जलमग्न हो गए हैं। हमारी सरकार किसानों की मदद करेंगे। इससे पहले वाली सरकार से किसानों को कुछ भी नहीं मिला था, लेकिन हमारी सरकार किसानों को मुआवजा देने के लिए तैयार है। हम सभी जिले के किसानों से संपर्क कर रहे हैं।’
बाढ़ से राज्य के 22 जिलों में 3.40 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस साल बाढ़ की वजह से मौत के मामलों की संख्या 15 बनी हुई है। वन विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, ओरांग राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य में 44 शिविरों में से 13 और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में 10 शिविर जलमग्न हो गए हैं। दरांग, धुबरी, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप मेट्रो, करीमगंज, माजुली, मोरीगांव और उदलगुड़ी जिलों में 33 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
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