भोपाल। प्रदेश में बना स्ट्रांग सिस्टम कहर बनकर टूट रहा है। कई शहरों में हो रही जोरदार बारिश बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। सीहोर के बुधनी में 24 घंटे में 6 इंच और नर्मदापुरम में हुई मात्र 12 घंटे में हुई 5 इंच बारिश के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया है। सीहोर की सिवान नदी में बाढ़ आ गई और पानी निचली बस्तियों में जा घुसा। उधर पचमढ़ी में पहाड़ टूट कर सडक़ पर आ गए, जिससे राजमार्ग बंद हो गया।
सीहोर में कल सुबह से ही हो रही तेज बारिश के कारण यहां की सिवान नदी में बाढ़ आ गई, जिसके चलते सीहोर-इंदौर मार्ग बंद कर दिया गया है। रेहटी तहसील के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। जिले के भैरूंदा और लाडक़ुई में हजारों घर बाढ़ में बह गए। उधर, नर्मदापुरम में भी भारी बारिश के चलते कई निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं। यहां 12 घंटे हुई बारिश के कारण कई निचले इलाके डूब गए। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम बुला ली गई है। सतपुड़ा में भारी बारिश के चलते 14 में से बांध के 11 गेट खोले गए, जिससे आसपास की नदियों में जल स्तर बढ़ गया ।
नर्मदा बन गया नर्मदापुरम
नर्मदापुरम में जहां निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं, वहीं शहरी इलाकों में भी इतना पानी भरा गया कि नदी का नजारा नजर आया और गाडिय़ां भी आधी-आधी डूब गईं।
रीवा में सबसे कम, श्योपुर में सबसे अधिक बारिश
मध्यप्रदेश में हो रही जोरदार बारिश के बावजूद अब भी 1 जून से 20 जुलाई तक बारिश का आंकड़ा औसत बारिश से 9 प्रतिशत कम है। रीवा में 60 प्रतिशत, वहीं श्योपुर में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई। यहां औसत से 60 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
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