इस्लामाबाद: भारत (India) के साथ-साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी अचानक आई बाढ़ (Pakistan Floods) और उफान पर बहने वाली नदियों (rivers) के कहर की वजह से लाखों लोग प्रभावित (Influenced) हुए हैं और अब तक सैकड़ों की जान जा चुकी है. शुरुआती अनुमान बताते हैं कि बाढ़ की वजह से पाकिस्तान को 5.5 अरब डॉलर का नुकसान (damage) हो चुका है. पंजाब के सिंध और पंजाब प्रांतों (Sindh and Punjab Provinces of Punjab) में गन्ना और कपास की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. इसके अलावा, प्याज, टमाटर और खरीफ की मिर्च को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. अकेले कपास की फसलों के नुकसान का अनुमान 2.6 अरब डॉलर आंका गया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के कपड़ा और चीनी निर्यात में एक अरब डॉलर तक गिरावट आ सकती है. सिंध में सरकारी गोदामों में जमा कम से कम 20 लाख टन गेहूं बारिश और बाढ़ के कारण खराब हो गया है, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा को भी खतरा है. कृषि क्षेत्र में तबाही का मतलब है कि पाकिस्तान को न केवल उद्योगों के लिए आपूर्ति की कमी का सामना करना पड़ेगा, बल्कि देश में बीज संकट भी हो सकता है.
पाकिस्तान के अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि इस मौसम में बारिश और बाढ़ से 8,00,000 से अधिक मवेशी मारे गए हैं. बाढ़ ने चार प्रांतों में सड़क और कम्युनिकेशन नेटवर्क को भी नष्ट कर दिया है. समा टीवी ने बताया कि अधिकारियों ने अनुमानित नुकसान 2 अरब डॉलर रखा है. निर्माणाधीन मोहमंद बांध और विभिन्न स्थानों पर हेडवर्क्स से हुई क्षति ने बाढ़ के नुकसान को बढ़ा दिया है.
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