महिदपुर। नगर में आचार्य सागरचन्द्रसागर सूरीश्वरजी की प्रेरणा मार्गदर्शन से निर्मित तीर्थ शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम (किला जैन मंदिर) के वार्षिक ध्वजारोहण समारोह व तीर्थधाम के आचार्य सूर्योदयसागर सूरीश्वरजी की 13वीं पुण्यतिथि पर गुणानुवाद उपाध्याय दिव्यचंद्रविजयजी की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ। शनिवार को ध्वजा महोत्सव के अंतर्गत आदिनाथ स्नात्र मण्डल द्वारा प्रात: 7:30 बजे स्नात्र महोत्सव एवं 8:30 बजे सिद्धचक्र महिला मण्डल द्वारा सत्तरभेदी पूजन पढ़ाई गई। ध्वजा चल समारोह प्रात: 8 बजे महावीर भवन से प्रारंभ होकर गादिया निवास पहुंचा जहां पर संघ पूजन की गई। तत्पश्चात शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम पर संप्रतिकालीन मूलनायक आदिनाथ परमात्मा, शत्रुंजय रचना मूलनायक आदिनाथ परमात्मा सहित सभी 47 देहरीयों पर ध्वजारोहण बड़े हर्ष उल्लास के साथ महिदपुर के ध्वजा लाभार्थियों के साथ साथ मुंबई से भी पधारे लाभार्थियों के द्वारा ध्वजारोहण संपन्न हुआ। गुणानुवाद में गच्छाधिपतिश्री के सरलता के गुण को आत्मसात करने का उपदेश दिया। तीर्थधाम के ट्रस्टी जैनेन्द्र खेमसरा के द्वारा भी आचार्यश्री का गुणानुवाद किया गया।
समारोह में पधारे विधायक बहादुरसिंह चौहान का बहुमान श्रीसंघ एवं ट्रस्ट मंडल के द्वारा किया गया। मूलनायक आदिनाथ परमात्मा की ध्वजा एवं श्रीसंघ की नवकारसी व स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी चंदरबाई अमृतलालजी गादिया परिवार का भी बहुमान किया गया। अंगरचना का लाभ वरदीचंद केसरीमल लुंकड़ परिवार द्वारा लिया गया। शत्रुंजय रचना मूलनायक आदिनाथ परमात्मा की ध्वजा के लाभार्थी केशवलाल मोतीलाल शाह परिवार के द्वारा संपूर्ण वर्ष की पुष्प पूजा का लाभ लिया जाएगा। गादिया परिवार के द्वारा शत्रुंजय महातीर्थ के छठ यात्रियों का भी बहुमान किया गया। तीर्थधाम के ट्रस्टी विमल मेहता ने बताया कि महिदपुर में शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम (किला जैन मंदिर) में पांच-पांच महातीर्थों की रचना के साथ विश्व में सर्वप्रथम 108 आदिनाथ भगवान विराजित है। तपागच्छ श्रीसंघ एवं श्री शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम ट्रस्ट मंडल ने चल समारोह सहित सम्पूर्ण आयोजन में सुन्दर व्यवस्था एवं सहयोग के लिए क्षेत्रीय विधायक बहादुरसिंह चौहान के साथ पुलिस एवं नगरीय प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया।
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