श्रीनगर/बारामुला। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पुलिस को सोमवार को तीन अलग-अलग अभियानों में बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पुलिस ने श्रीनगर (Srinagar) में दो और बारामुला (baramulla) में तीन हाइब्रिड आतंकियों (Hybrid terrorists) को और कुपवाड़ा जिले (Kupwara District) में एक आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार (terrorist aide arrested) किया है। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार बारामुला में तीन आतंकियों के पकड़े जाने के साथ ही गोषबुग पट्टन में सरपंच की हत्या की गुत्थी भी सुलझ गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक श्रीनगर जिले के छानपोरा इलाके में तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने लश्कर/टीआरएफ के दो हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इनकी शिनाख्त आमिर मुश्ताक गनई उर्फ मूसा निवासी खान कॉलोनी छानपोरा और अजलान अल्ताफ भट निवासी बटपोरा छानपोरा के तौर पर हुई है। इनके पास से 15 पिस्तौल, 30 मैगजीन, 300 कारतूस और एक साइलेंसर सहित आपत्तिजनक सामग्री के अलावा हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
श्रीनगर के आतंकियों को पाकिस्तानी आकाओं ने भेजे थे हथियार
अधिकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया कि श्रीनगर में पकड़े गए आतंकियों को ये हथियार लश्कर/टीआरएफ के पाकिस्तान स्थित आकाओं द्वारा भेजे गए थे और इनका इस्तेमाल श्रीनगर शहर में नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों को निशाना बनाने के लिए किया जाना था। गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों को इन पिस्तौलों को श्रीनगर में अन्य आतंकियों को मुहैया कराना था।
बारामुला में सरपंच की हत्या का खुलासा
इस बीच उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के पट्टन इलाके में पुलिस और सेना ने तीन हाइब्रिड आतंकियों के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने दावा किया कि इनकी गिरफ्तारी के साथ गोषबुग इलाके में हुई सरपंच की हत्या की गुत्थी को भी सुलझा लिया गया है। एसएसपी बारामुला रईस मोहम्मद भट ने बताया कि 15 अप्रैल को इफ्तार से लगभग एक घंटे पहले अज्ञात आतंकवादियों ने पट्टन के पलहालन के वुसन इलाके में चंदरहामा के बागों में गोषबुग बी के सरपंच मंजूर अहमद बांगरू पर गोलीबारी की थी। हमले के तुरंत बाद इलाके में तलाशी शुरू की गई थी। घटना को लेकर पीएस पट्टन में केस दर्ज किया गया था।
उन्होंने बताया कि गहनता से जांच की गई, जिसके कारण बारामुला पुलिस और सेना की 29 आरआर की संयुक्त टीम ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। संदिग्धों से पूछताछ में एलईटी के एक पुराने स्लीपर सेल से जुड़ी एक गहरी साजिश का खुलासा हुआ, जो पिछले साल पलहालन राजमार्ग पर ग्रेनेड हमले के लिए जिम्मेदार था। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपी विशेष रूप से मुख्य साजिशकर्ता बथीपजेरा नायदखाई बांदीपोरा के मोहम्मद अफजल और गुंड जहांगीर हाजिन बांदीपोरा के मेहराजुद्दीन डार ने पहले ही कई स्लीपर सेल को आतंक और अराजकता फैलाने के लिए विशिष्ट लक्ष्यों की पहचान करने और उन पर हमला करने का काम सौंपा था। ये दोनों मॉड्यूल के विभिन्न नेटवर्क में शामिल पाए गए हैं और पहले से ही गिरफ्तार हैं।
उन्होंने बताया कि इस विशेष मॉड्यूल को पीआरआई और अन्य नागरिकों और आसान लक्ष्य की पहचान करने और उन पर हमला करने का काम सौंपा गया था, जिसके लिए पकड़े गए हाइब्रिड आतंकवादियों को पिस्तौल और विस्फोटक प्रदान किया गया था। एसएसपी ने पकडे़ गए हाइब्रिड आतंकियों की शिनाख्त नूर मोहम्मद यतू, मोहम्मद रफीक पर्रे और आशिक हुसैन पर्रे के तौर पर की है। तीनों गोषबुग पट्टन के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि तीनों आतंकवादियों ने उस साजिश का खुलासा किया जो लश्कर के आतंकवादी युसूफ कांटरू और हिलाल शेख (दोनों मालवाह ऑपरेशन में मारे गए) द्वारा निर्देशित थी और हाल ही में घुसपैठ किए गए आतंकवादियों गुलजार गनई (बांदीपोरा में मुठभेड़ में मारा गया) और वुसन के उमर लोन जो अभी भी सक्रिय है द्वारा अंजाम दी गई थी।
तंजीमों व संगठनों के बीच संबंधों के नेटवर्क का खुलासा
एसएसपी ने बताया कि जांच में हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी और विभिन्न तंजीमों और संगठनों के बीच संबंधों के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया जिस पर जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि बरामद हथियारों और विस्फोटक में 3 चीनी पिस्तौल, 3 पिस्टल मैगजीन, 2 ग्रेनेड, 32 पिस्टल राउंड शामिल हैं। उन्होंने बताया कि तीन आतंकवादियों की सफल गिरफ्तारी और हथियारों और गोला बारूद की बरामदगी ने बारामुला में एक और सनसनीखेज मामला सुलझाया है और भविष्य में सामान्य क्षेत्र में नियोजित प्रमुख आतंकी साजिशों को नाकाम कर दिया है। पकड़े गए व्यक्तियों से पूछताछ से भविष्य में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए और जानकारी मिलने की संभावना है।
सोशल मीडिया से बनाया कट्टरपंथी
इस बीच कुपवाड़ा जिले में भी पुलिस को एक और कामयाबी हाथ लगी जिसमें उन्होंने एक आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस स्टेशन लालपोरा की टीम ने सेना की 28 आरआर के साथ संयुक्त कार्रवाई में लोलाब कुपवाड़ा के जंगल क्षेत्र से एक ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार कर आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। उन्होंने बताया कि ओजीडब्ल्यू की पहचान रंग वार्नो लोलाब निवासी मुजफ्फर अहमद खान के रूप में हुई है। अधिकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच के दौरान उसे विभिन्न सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से कट्टरपंथी पाया गया और आतंकी रैंकों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के पास से आतंकवाद संबंधी गतिविधियों में शामिल होने की कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई है और इस नेटवर्क में और गिरफ्तारियां होने की संभावान है।
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