मतलूब अंसारी, जबलपुर। एक तरफ पौधारोपण कर पौधों को संरक्षित करने की कसमें खिलाई जा रही हैं। वहीं दूसरी तक हरे-भरे पेड़ों को जख्मी कर लोगों की बद्दुआएं बटोरी जा रही हैं। भानतलैया से सिंधी कैंप के बीच बने रोड डिवाईडर पर लगे हरे-भरे पेड़ों को जख्मी हालत में देख लोग हैरान है। ऑक्सीजन के साथ तपती धूप में वाहनचालकों को साया देने वाले पेड़ों की निर्ममता से कटाई-छंटाई की गई है। बड़ी-बड़ी शाखाओं के रूप में पेड़ों के बाजुओं को काट दिया गया है।
वजह जो भी हो लेकिन डिवाइडर को खूबसूरती देने वाले पेड़ अब खुद बेरौनक हो गए हैं। 8 साल पहले डिवाइडर में लगाए गए पौधों को बड़े जतन से पाला पोसा गया। गर्मियों में दिन में दो बार पानी दिया गया। लेकिन जब वो पौधा वाहनचालकों को साया देने के साथ डिवाईडर की खूबसूरती बढ़ाने के लायक हुए, तो उनको बेदर्दी से काटा गया। पेड़ों की कटाई-छंटाई के पीछे जिम्मेदारों का तर्क है दिया कि मुख्य मार्ग पर पेड़ों की डालियां झूलने लगी थी, लोगों को सामने के वाहन दिखाई नहीं दे रहे थे। वहीं दूसरी तरफ लोगों का कहना है कि सड़क तक लटकती डालों की सलीखे से छांटा जा सकता था, लेकिन कई पेड़ों की बेदर्दी से कटाई की गई तो वहीं कई पेड़ की सिर्फ को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया गया।