नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) में पहली बार शुक्रवार को एक वाणिज्यिक यात्री विमान (commercial passenger aircraft) ने स्वदेशी रूप से निर्मित (indigenously made) सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) मिश्रण (Sustainable Aviation Fuel (SAF) Blend) का उपयोग कर सफलतापूर्वक उड़ान भरी । एयर एशिया (air asia) की उड़ान (आई5 767) शुक्रवार को पुणे से दिल्ली पहुंची। इसमें प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड (प्राज) के साथ साझेदारी में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा सप्लाई एसएएफ का इस्तेमाल किया गया।
दिल्ली के एयरपोर्ट पर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी इस विमान सेवा को रिसीव करने पहुंचे। इस संबंध में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम है। आने वाले समय में ऊर्जा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता के लिए पेट्रोलियम क्षेत्र का बड़ा योगदान रहने वाला है। इससे 2070 तक कार्बन के शुद्ध शून्य उत्सर्जन की दिशा में देश के प्रयासों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पुरी ने कहा, “2025 तक, अगर हम जेट ईंधन में 1 प्रतिशत एसएएफ सम्मिश्रण करने का लक्ष्य रखते हैं तो भारत को लगभग 14 करोड़ लीटर एसएएफ प्रतिवर्ष की आवश्यकता होगी। अधिक महत्वाकांक्षी रूप से यदि हम 5 प्रतिशित एसएएफ मिश्रण का लक्ष्य रखते हैं तो भारत को लगभग 70 करोड़ लीटर एसएएफ प्रतिवर्ष की आवश्यकता होगी। ”
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