देहरादून । चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था (First Batch of Pilgrims) सोमवार को रवाना हुआ (Leaves) । 40 बसों में (In 40 Buses) 1200 श्रद्धालु (1200 Pilgrims) है। अक्षय तृतीया (Akshya Trutiya) मंगलवार (Tuesday) के दिन गंगोत्री (Gangotri) व यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के कपाट खुलने (Open the Doors) के साथ ही यात्रा शुरू हो जाएगी (Yatra will Start) । कोरोना महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा पूरी क्षमता के साथ संचालित हो रही है।
चारधाम यात्रा के लिए सोमवार को ऋषिकेश और हरिद्वार से 40 बसें रवाना हुईं। रोटेशन की कंपनियों ने सारी तैयारियां पूरी कर ली थीं। बसें सात बजे सुबह आईएसबीटी से यमुनोत्री के लिए रवाना हुईं। चारधाम रोटेशन कंपनी के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि 1200 यात्री चारधाम की यात्रा पर जा रहे हैं। कुछ बसें ऋषिकेश और कुछ बसें हरिद्वार से रवाना हुईं। राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पांच मई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा का विधिवत उद्घाटन करेंगे। उल्लेखनीय है कि आगामी तीन मई यानी अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू होगी, जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए अब तक लगभग 2.50 लाख तीर्थ यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। चारधाम और यात्रा मार्ग पर आने वाले दो महीने के लिए होटलों में कमरों की बुकिंग फुल है। साथ ही केदारनाथ हेली सेवा के लिए 20 मई तक टिकटों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से केदारनाथ में टेंट लगाकर एक हजार लोगों के ठहरने की अतिरिक्त व्यवस्था की है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों का नया रिकार्ड बनेगा।
चारधाम यात्रा के पहले ही दिन मौसम विभाग ने भारी बारिश, ओलावृष्टि के साथ तेज रफ्तार में झक्कड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लिहाजा इस बात की पूरी संभावना है कि चारधाम यात्रा के पहले ही दिन मौसम तीर्थयात्रियों के साथ ही सरकारी इंतजामों का कड़ा इम्तिहान लेगा। वैसे शनिवार को ही गंगोत्री-यमुनोत्री क्षेत्र में हल्की बर्फबारी हुई। रविवार को भी बादलों का डेरा रहा। बुधवार को उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यदि मैदान से लेकर पहाड़ों तक बारिश होती है, तो चारधाम यात्रा मार्गों में भी बारिश से भूस्खलन का पूरा खतरा रहेगा जिससे यात्रा पर असर पड़ सकता है। एकाएक बारिश के साथ बढ़ी ठंड भी चारधाम यात्रियों को परेशान कर सकती है। वैसे जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े सभी अफसरों, कर्मियों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
चारधाम यात्रा के लिए अब तक लगभग 2.50 लाख तीर्थ यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। चारधाम और यात्रा मार्ग पर आने वाले दो महीने के लिए होटलों में कमरों की बुकिंग फुल है। साथ ही केदारनाथ हेली सेवा के लिए 20 मई तक टिकटों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से केदारनाथ में टेंट लगाकर एक हजार लोगों के ठहरने की अतिरिक्त व्यवस्था की है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने प्रतिदिन यात्रियों की संख्या तय की है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों का नया रिकार्ड बनेगा।
चारधाम यात्रा के पहले ही दिन मौसम विभाग ने भारी बारिश, ओलावृष्टि के साथ तेज रफ्तार में झक्कड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लिहाजा इस बात की पूरी संभावना है कि चारधाम यात्रा के पहले ही दिन मौसम तीर्थयात्रियों के साथ ही सरकारी इंतजामों का कड़ा इम्तिहान लेगा। वैसे शनिवार को ही गंगोत्री-यमुनोत्री क्षेत्र में हल्की बर्फबारी हुई। रविवार को भी बादलों का डेरा रहा। बुधवार को उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यदि मैदान से लेकर पहाड़ों तक बारिश होती है, तो चारधाम यात्रा मार्गों में भी बारिश से भूस्खलन का पूरा खतरा रहेगा, जिससे यात्रा पर असर पड़ सकता है। एकाएक बारिश के साथ बढ़ी ठंड भी चारधाम यात्रियों को परेशान कर सकती है। वैसे जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े सभी अफसरों, कर्मियों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
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