उज्जैन। कल तीन बत्ती चौराहे के पास इलेक्ट्रॉनिक की दुकान में अचानक लगी आग को बुझाने में फायर ब्रिगेड को पूरे 5 घंटे लगे। फायर ब्रिगेड के पास वॉटर टैंकर की कमी हैं। यदि शहर में एक साथ दो जगह आग लग जाए तो उज्जैन का फायर ब्रिगेड आग बुझाने में सक्षम नहीं हैं।
कल दोपहर 4 बजे तीन बत्ती चौराहे के समीप टिल्लू इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में अचानक आग लगी। आग इतनी भयानक थी कि पूरी तीन मंजिल जल कर स्वाहा हो गई। यहाँ पर रखा इलेक्ट्रॉनिक का सामान तार, पंखे एवं अन्य वस्तुएँ पूरी तरह जल गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम कुछ ही देर में पहुँच गई लेकिन आग को बुझाने के संसाधन फायर ब्रिगेड के पास पर्याप्त नहीं हैं। फायर ब्रिगेड के पास शहर के जनसंख्या के हिसाब से 10 वॉटर टैंकर होना चाहिए लेकिन फायर ब्रिगेड के पास सिर्फ दो वॉटर टैंकर हैं। इन वाटर टैंकर से पानी की सप्लाई की जाती है। कल जब टिल्लू इलेक्ट्रॉनिक्स पर आग लगी थी उसी समय आगर रोड के गैस प्लांट में भी आग लगी थी। वहाँ रखे भूसे में आग लग गई थी लेकिन दो वॉटर टैंकर होने के कारण वहाँ आग बुझाने फायर ब्रिगेड नहीं पहुँची, यह तो भूसे में लगी आग थी, यदि यही घटना शहर में एक से अधिक स्थान पर हो जाए तो उज्जैन का फायर ब्रिगेड एक साथ आग बुझाने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि फायर ब्रिगेड के पास मात्र दो वॉटर टैंकर हैं। फायर फाइटर तो जहाँ आग बुझाने जाता है वहाँ खड़ा हो जाता है, इसमें जरूरत के हिसाब से पानी की सप्लाई वॉटर टैंकर से की जाती है। फायर ब्रिगेड से जुड़े कर्मचारियों ने बताया नगर निगम के पास कम से कम 10 वॉटर टैंकर होना चाहिए जिससे यदि एक से अधिक स्थानों पर एक साथ भी आग लग जाए तो उस पर काबू पाया जा सकता है, वहीं फायर ब्रिगेड के पास खुद की हाइड्रोलिक लिफ्ट वाली गाड़ी भी नहीं हैं, इससे ऊंचे स्थान और बहुमंजिला भवन में आग बुझाने में दिक्कत आती है। कल भी चार मंजिला इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में आग बुझाने के लिए वर्कशॉप की हाइड्रोलिक मंगाई गई और उसमें खड़े रहकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग बुझाई। जबकि उज्जैन में तीन से चार मंजिला और 12 मंजिला तक भवन बने हुए हैं। ऐसे में इन भवनों की अनुमति यदि दी गई तो इनमें आग लगे तो इसके उपाय क्या किए गए यह जवाब देने वाला कोई नहीं हैं। किसी दिन इन बहुमंजिला भवनों में बड़ी घटना हो सकती है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि हाइड्रोलिक लिफ्ट के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है।
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