‘अन्नपूर्णी’ एक तमिल फिल्म है, जिसमें नयनतारा के साथ ही अभिनेता जय और सत्यराज भी अहम भूमिकाओं में हैं। हिन्दू सेवा परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मंगलवार को ओमती थाने पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने फिल्म में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अतुल जसवानी समेत अन्य ने ओमती थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह पवार को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई फिल्म अन्नपूर्णी के निर्देशक निर्माता एवं कलाकारों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। उसके बाद ओमती थाने की पुलिस ने जांच के बाद फिल्म के निर्माता-निर्देशक के साथ स्टार कास्ट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। यह एफआईआर फिल्म निर्देशक नीलेश कृष्णा, अभिनेत्री नयनतारा, निर्माता जतिन सेठी, आर रविन्द्रन और पुनीत गोईका के अलावा सारिक पटेल और मोनिका शेरगिल के खिलाफ दर्ज की गई है।हिंदू सेवा परिषद के अतुल जेसवानी ने बताया कि अन्नपूर्णी फिल्म में कई ऐसे दृश्य ऐसे हैं, जो हिंदू धर्म के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का अपमान करते हैं। फिल्म में भगवान श्रीराम के खिलाफ अनर्गल टिप्पणियां करते हुए हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। जेसवानी के मुताबिक फिल्म में लव जिहाद दिखाया गया है। फिल्म के कलाकार के द्वारा यह भी प्रदर्शित किया गया है कि श्री राम भगवान वनवास के दौरान जानवरों को मार कर मांस खाते थे।
उन्होंने बताया कि फिल्म के आखिरी सीन में बिरयानी बनाने से पहले मंदिर के पुजारी की बेटी हिजाब पहनकर नमाज पढ़ती है। आरोप है कि फरहान नामक एक कलाकार ने अभिनेत्री का ब्रेनवास करके मांस कटवाया, क्योंकि उसका कहना है कि भगवान श्रीराम और माता सीता ने भी मांस खाया था। फिल्म में अभिनेत्री मंदिर नहीं जाकर फरहान के घर रमजान इफ्तार करने जाती है। फिल्म में लड़की के पिता संध्या आरती कर रहे हैं और दादी माला जप रही हैं, पर उनकी बेटी के मांस खाने और खिलाने के दृश्य आपस में जुड़े हुए हैं। अभिनेत्री के पिता एक मंदिर के प्रधान पुजारी हैं। वह विष्णु भगवान के लिए सात पीढ़ियों से भोग बना रहे हैं लेकिन उनकी बेटी को मुर्गा-मांस बनाते हुए दिखाया गया है। हिंदू लड़की को नमाज के लिए प्रेरित किया जा रहा है। फिल्म में फरहान नामक कलाकार के द्वारा कहा गया है कि भगवान श्रीराम, माता सीता और भगवान लक्ष्मण, शिव और भगवान मुरूगन भी जानवरों को काटकर पकाकर मांस खाया करते थे। फिल्म में एक ब्राह्मण हिंदू लड़की को मुस्लिम धर्म के लिए प्रेरित करना और हमारे धार्मिक ग्रंथ जैसे रामायण, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों का गलत तरीके से गलत तथ्यों के साथ भगवानों को अपमानित करना प्रदर्शित किया गया है।