कंगना के गृहनगर मंडी में सड़क पर उद्धव सरकार के खिलाफ नारेबाजी
मुंबई। कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद गहरा होता जा रहा है। बृह्नमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन ने कंगना रनौत के ऑफिस में जो तोड़फोड़ की है, उससे वह काफी नाराज हैं। कंगना की बहन रंगोली ने गुरुवार को ऑफिस जाकर वहां का जायजा लिया। बताया जा रहा है उन्होंने ऑफिस की कुछ तस्वीरें लीं और वीडियोज भी बनाए हैं। इसी बीच कंगना ने फिर से उद्धव सरकार के खिलाफ ट्वीट किया है। मुंबई के विक्रोली थाने में कंगना के खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज हो गई है।
इसी बीच कंगना रनौत के खिलाफ विक्रोली थाने में FIR दर्ज करवा दी गई है। आरोप है कि कंगना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। शिकायत में कंगना के ट्वीट्स भी अटैच किए गए हैं। शिकायत में कंगना के वीडियो का जिक्र है।
तुमने जो किया अच्छा किया 🙂#DeathOfDemocracy pic.twitter.com/TBZiYytSEw
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 9, 2020
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ट्वीट के बाद गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी में कंगना रनौत के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर हुए। वहां ‘महाराष्ट्र सरकार शर्म करो, शर्म करो’ लगाए गए। इसके साथ ही ‘बीएमसी हाय हाय’ के भी नारे लगे। समर्थकों ने कंगना का सपोर्ट करते हुए नारे लगाए- कंगना तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। इस दौरान लोगों ने हाथों में तख्तियां भी ली हुई थीं।
संजय राउत ने कहा, शिव सेना से नहीं है लेना-देना
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने इस मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। मीडिया के सवाल करने पर उन्होंने कहा कि कंगना के ऑफिस की ये हालत बीएमसी ने की है। इसका शिव सेना से कोई लेना-देना नहीं है। आप बीएमसी कमिश्नर या मेयर से बात कर सकते हैं।
कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी का कहना है, हम पूरी तैयारी के साथ कोर्ट जा रहे हैं। हम कोर्ट के सामने पूरा पक्ष रखेंगे। आप किसी को नोटिस देकर बिना समय दिए ऐसे किसी के घर या दफ्तर में नहीं घुस सकते। बीएमसी झूठ भी बोल रही है। वहां रेनोवेशन खत्म हुए अरसा बीत गया। कोई रेनोवेशन नहीं चल रहा था। 10:25 में आप नोटिस चिपकाते हैं, जबकि 10:35 में ही आपके लोग वहां जेसीबी और हथौड़े लेकर तैनात रहते हैं। आप दादागीरी करके, धमका के अंदर जाते हैं। यह गैरकानूनी है। सिद्दीकी ने कहा, दफ्तर में लगभग 2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अभी ठीक-ठीक आंकलन किया जाना बाकी है। अंदर जो मूवेबल फर्नीचर थे, जिन्हें हटाया जा सकता था, उसे भी तोड़ा गया। पेंटिंग्स, लाइट्स भी तोड़ी गई हैं। ऐसा कभी नहीं होता है। कोई भी सिविक बॉडी मूवेबल ऑब्जेक्ट्स को नहीं तोड़ती।
हिमाचल के मुख्यमंत्री बोले- नहीं सहेंगे कंगना का अपमान
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि कंगना हिमाचल की बेटी हैं। उनका अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते।
महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रणौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है।
हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।#HimachalKiBeti pic.twitter.com/o8wS3dEV7v
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) September 10, 2020
कंगना के सपोर्ट में आया IMPPA प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन
कंगना के सपोर्ट में कई लोग आ चुके हैं और बीएमसी के ऐक्शन को गलत बताया है। अब IMPPA प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने कंगना का समर्थन किया है। इससे पहले अनुपम खेर भी इसे गलत और अफसोसजनक बताया था।
कंगना ने इस ऐक्शन को बताया सरकार की गुंडागर्दी
कंगना ने ट्वीट किए हैं, मैं इस बात को विशेष रूप से स्पष्ट करना चाहती हूं की महाराष्ट्र के लोग सरकार द्वारा की गयी गुंडागर्दी की निंदा करते हैं, मेरे मराठी शुभचिंतकों के बहुत फ़ोन आ रहे हैं, दुनिया या हिमाचल में लोगों के दिल में जो दुख हुआ है वो यह कतई ना सोचों की मुझे यहाँ प्रेम और सम्मान नहीं मिलता।
मैं इस बात को विशेष रूप से शपष्ट करना चाहती हूँ की महाराष्ट्रा के लोग सरकार द्वारा की गयी गुंडागर्दी की निंदा करते हैं, मेरे मराठी शुभचिंतकों के बहुत फ़ोन आ रहे हैं, दुनिया या हिमाचल में लोगों के दिल में जो दुःख हुआ है वो यह कतई ना सोचों की मुझे यहाँ प्रेम और सम्मान नहीं मिलता।
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 10, 2020
मेरे कई मराठी दोस्त कल फ़ोन पे रोए, कितनों ने मुझे सहायता हेतु कई सम्पर्क दिए, कुछ घर पे खाना भेज रहे थे जो मैं सिक्यरिटी प्रोटोकॉल्ज़ के चलते स्वीकार नहीं कर पायी। महाराष्ट्र सरकार की इस काली करतूत से दुनिया में मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। जय महाराष्ट्रा।
मेरे कई मराठी दोस्त कल फ़ोन पे रोए,कितनों ने मुझे सहायता हेतु कई सम्पर्क दिए, कुछ घर पे खाना भेज रहे थे जो मैं सिक्यरिटी प्रोटोकॉल्ज़ के चलते स्वीकार नहीं कर पायी,महाराष्ट्र सरकार की इस काली करतूत से दुनिया में मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुँचानी चाहिए. जय महाराष्ट्रा 🙏
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 10, 2020
तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 10, 2020
कंगना के ऑफिस में बीएमसी ने 2 घंटे मचाया था उत्पात
कंगना रनौत के ऑफिस में बुधवार को BMC ने करीब 2 घंटे तक जमकर तोड़फोड़ की। बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने केवल अवैध निर्माण हटाया है। जबकि कंगना का कहना है कि उनके ऑफिस में कुछ भी गलत तरीके से नहीं बना था। कंगना की अपील की सुनवाई कोर्ट में 3 बजे है। इसमें बीएमसी को साबित करना होगा कि उनका ऐक्शन सही था।
बीएमसी का दावा, गलत तरीके से किया रेनोवेशन ही तोड़ा
बीएमसी के अफसरों ने नोटिस देने के 2 दिन बाद कंगना के ऑफिस पर ऐक्शन ले लिया। नोटिस में बताया गया था कि कंगना का ऑफिस रेजिडेंशल बिल्डिंग है और उसमें नियमों के खिलाफ रेनोवेशन करवाया गया है। BMC का दावा है सिर्फ गलत तरह से बना हिस्सा ही तोड़ा गया है। वहीं कंगना रनौत ने बीएमसी के ऐक्शन के बाद कई ट्वीट्स किए थे। उनका कहना था कि ऑफिस का इंटीरियर भी तोड़ा गया। एक ट्वीट में कंगना ने लिखा था कि उनका ऑफिस 24 घंटे में अचानक अवैध हो गया और इसमें फर्निचर के साथ सबकुछ तोड़ डाला गया।
कोर्ट ने कहा, बीएमसी के ऐक्शन में दुर्भावना की बू
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कंगना के ऑफिस में किसी भी तरह की तोड़फोड़ करने पर BMC को रोक दिया है। हालांकि स्टे मिलने से पहले उनका काफी नुकसान हो चुका था। कोर्ट ने BMC के इस ऐक्शन को गलत बताया और कहा कि इससे दुर्भावना की बू आ रही है। कंगना के वकील ने भी स्टेटमेंट दिया था कि नोटिस देने के बाद मोहलत नहीं दी गई। कंगना ने 7 दिन की मोहलत मांगी थी। नोटिस उनके ऑफिस के बाहर चिपकाने के 2 दिन के भीतर ही ऐक्शन ले लिया गया।
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