रांची। आईपीसी की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवाया। प्रसाद ने कहा की तीनों ने सोची समझी साजिश के तहत अपने सोशल नेटवर्किंग हैंडल पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. अजय कुमार के बयान को गलत तरीके से पेश किया। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए बयान को तोड़ मरोड़कर अपलोड किया। प्रसाद ने कहा कि ऐसा डॉ अजय कुमार और कांग्रेस पार्टी की छवि को धूमिल करने के लिए किया गया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रपति जैसे गरिमामयी पद के चुनाव से ठीक पहले सोची समझी रणनीति के तहत कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की नियत और डॉक्टर अजय कुमार की छवि धूमिल करने की कोशिश की है।ऐसा कर भाजपा ने आदिवासी समाज का अपमान तो किया ही साथ ही साथ द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया है। डॉ. कुमार ने अपने बयान के शुरुआत मे ही राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार की प्रशंसा की थी। लेकिन उसे एडिट कर साजिशन यह कृत्य किया गया है जो आईपीसी की धारा 153-अ 415, 469,499,500 & 505(2) के तहत गैर कानूनी है।
प्रसाद ने कहा कि आदिवासी समाज के बीच भाजपा के राजनीतिक विद्वेष और आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा के चलते किसी प्रकार की भ्रांति ना फैले, इसलिए कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को आदिवासी सशक्तिकरण या उत्थान से कोई लेना देना नहीं है, सिर्फ चुनावी नफा-नुकसान के तहत किसी समाज अथवा धर्म से जोड़कर ध्रुवीकरण का खेल इनकी आदत बन गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अमित मालवीय तो लगातार ऐसी हरकत करते रहते हैं पर देश का दुर्भाग्य है की संवैधानिक पद पर बैठ कर केंद्रीय मंत्री स्मृती ईरानी के द्वारा इस प्रकार का गैर कानूनी कृत्य किया गया है जिसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है।’ एफआईआर दर्ज करवाने वालों मे प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डॉ एम तौसिफ, सतीश पॉल मूंजनी, राकेश सन्हिा, ज्योति सिंह मथारू, कुमार राजा, गौतम उपाध्याय, गौरव सिंह, राजीव चौधरी, अजय सिंह, योगेन्द्र सिंह बेनी प्रमुख रूप से शामिल थे।
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