भूपतिनगर: भूपतिनगर थाने की पुलिस ने एनआईए अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला भूपतिनगर विस्फोट मामले में एनआईए जांच के दायरे में आए टीएमसी नेताओं में से एक के परिवार के सदस्यों की शिकायत पर दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, पूर्वी मिदनापुर पुलिस ने एक टीएमसी नेता की पत्नी की शिकायत पर एनआईए टीम और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. महिला ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारियों ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट की. महिला ने यौन शोषण का भी आरोप लगाया है. भूपतिनगर थाने में आईपीसी की धारा 325, 34, 354, 354(बी), 427, 448, 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले कल एनआईए ने अपने ऊपर हुए हमले की घटना को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी.
TMC ने लगाया चुनाव से पहले साजिश का आरोप
टीएमसी का आरोप है कि भूपतिनगर में एनआईए की गतिविधि चुनाव से पहले टीएमसी नेताओं को फंसाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है. इसे लेकर टीएमसी के नेताओं ने मोर्चा भी खोल दिया है. टीएमसी का कहना है कि गृह मंत्रालय अमित शाह के निर्देश पर बंगाल भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कोलकाता में एनआईए अधिकारी डीआर सिंह से मुलाकात की थी. उन्हें सफेद पैकेट की पेशकश की और टीएमसी नेताओं के खिलाफ साजिश रची. यह मुलाकात 26 मार्च को हुई और इस दौरान रची साजिश के बाद 6 अप्रैल को बंगाल के भूपतिनगर में एनआईए की टीम इसे अंजाम देने पहुंची.
बीजेपी परेशान करने के लिए दे रही टीएमसी नेताओं के नाम
टीएमसी का आरोप है कि डीआर सिंह अमित शाह और गृह मंत्रालय के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक हैं. पहले वह एसपीजी में थे. टीएमसी का कहना है कि जब देश में आदर्श आचार संहिता लागू है तब भी बीजेपी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने में लगी हुई है, वहीं चुनाव आयोग चुप है. बीजेपी चुनाव जीतने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को टीएमसी नेताओं के नाम दे रही है और उन्हें और परेशान कर रही है.
शनिवार को एनआईए टीम पर हुआ था हमला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शनिवार (6 अप्रैल 2024) सुबह एनआईए की कुल तीन टीमें भूपतिनगर में अलग-अलग पॉइंट से घुसीं. इनमें से दो टीम 2022 में हुए धमाकों की जांच के लिए थी तो दो तृणमूल नेताओं के घर गए. वहीं एक टीम भूपतिनगर थाने आई. टीम ने यह कहते हुए पुलिस की मदद मांगी कि वे इलाके में एक अभियान शुरू करेंगे, लेकिन तभी थाने में खबर आई कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जिन लोगों ने गिरफ्तार किया है उनके साथ मारपीट की गई है. इस बीच, चुनाव आयोग ने भी बंगाल के मुख्य सचिव भगवती प्रसाद गोपालिका व पूर्व मेदिनीपुर के जिलाधिकारी से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की.
राज्यपाल कहा- मामले में सख्ती से निपटने की जरूरत
इस पूरे मामले को लेकर राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस काफी सख्त दिखे. उन्होंने कहा कि इस तरह की गुंडागर्दी की इजाजत नहीं दी जा सकती है. घटना को गंभीरता से लेकर इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है. बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसे लेकर कहा कि ममता बनर्जी बंगाल में दंगा फैलाना चाहती हैं.
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