कीव। यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच फिनलैंड के नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन करने के बाद से ही रूस नाराज है। उसने फिलनैंड को चेतावनी दी थी कि नाटो का सदस्य बना तो तो उसके लिए मुश्किल होगी। अब रूस ने फिनलैंड की गैस आपूर्ति रोक दी है। उधर, रूस ने दोनबास में हमले बढ़ा दिए हैं। रूस के हमलों में तेजी के बाद यूक्रेन ने युद्धविराम से इनकार किया है।
फिनलैंड की गैस आपूर्त रोकना रूस की तरफ पश्चिम की घेराबंदी के खिलाफ उठाया गया कदम है। हालांकि, रूस का कहना है कि गैस आपूर्ति भुगतान विवाद की वजह से बाधित हुई है। रूबल में भुगतान नहीं मिलने पर आपूर्ति रोकी गई है। इसका फिनलैंड के नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन से कोई संबंध नहीं है।
रूस की राज्य गैस कंपनी गैजप्रोम ने कहा, सने यह कदम पश्चिमी देशों की तरफ से रूस पर लगाए प्रतिबंधों के खिलाफ उठाया है। वहीं, फिनलैंड ने कहा, रूस की तरफ से गैस आपूर्ति में बाधा की आशंका पहले से थी। इसके लिए वह तैयार था। फिनलैंड पर गैस आपूर्ति रोकने को कोई खास असर नहीं पड़ेगा। यूरोप में गैस आपूर्ति के ज्यादातर अनुबंध यूरो या डॉलर में भुगतान के हैं।
टर्मिनेटर टैंक तैनात
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस बीएमपी-टी टर्मिनेटर टैंक-सपोर्ट वाहनों को तैनात कर रहा है। हालांकि, कीव पर कब्जे के प्रयास के दौरान किए हमले के समय रूस के टर्मिनेटर टैंकों को भारी नुकसान हुआ था। अब हर यूनिट के पास केवल 10 टैंक बचे हैं। इनका कोई खास फर्क नहीं पड़ेग। लुहांस्क के क्षेत्रीय गवर्नर सेरही गदाई ने बताया कि रूसी सैनिकों ने सिविएरोडोनेट्सक और लिसिचन्स्क के बीच डोनेट नदी पर एक पुल को नष्ट कर दिया।
रूस लगातार बढ़ा रहा कब्जा
लुहांस्क और दोनेस्क में समर्थकों वाले हिस्से पहले से ही रूस के कब्जे में हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि डोनबास और मायकोलायिव क्षेत्र में उसने हवाई हमलों में यूक्रेनी कमांड सेंटर, सैनिकों और गोला-बारूद के डिपो को नष्ट कर दिया। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार व मुख्य वार्ताकार मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि जिन इलाकों पर रूसी सेना काबिज है, वहां फिलहाल कोई युद्धविराम नहीं किया गया है। यह एक तरह से रूसी सेना को रियायत देने जैसा होगा।
अजोवस्तल फैक्ट्री में 2500 ने किया आत्मसमर्पण
सी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेनी नौसेना के 36वें स्पेशल मरीन ब्रिगेड के कमांडर सेरही वोलिंस्की को हिरासत में लेने का वीडियो जारी कर दावा किया कि अजोवस्तल स्टील फैक्ट्री में मौजूद सभी 2,500 यूक्रेनियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। फिलहाल, यूक्रेन इन लोगों पर होने वाले अत्याचारों को लेकर चिंतित है। रूस समर्थक अलगाववादी नेता ने कसम खाई थी युद्धबंदियों को ट्रिब्यूनल का सामना करना होगा।
पोलैंड के राष्ट्रपति यूक्रेनी सांसदों से मिले
वहीं, शनिवार को पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा ने कीव में सांसदों से कहा कि यूक्रेन की एक इंच जमीन भी रूसी कब्जे में जाना पूरे पश्चिम के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। रूसी हमले के बाद डूडा पहले विदेशी नेता हैं, जो यूक्रेनी सांसदों से आमने-सामने मिले हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि यूक्रेन का भविष्य कैसा होगा, यह रूस नहीं, यूक्रेन के लोग तय करेंगे।
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