नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की बढ़ती कीमतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) का बड़ा बयान सामने आ रहा है। उन्होंने कहा, “यह अफसोसनाक मुद्दा है और कीमतें में कमी के अलावा कोई भी जवाब लोगों को संतुष्ट नहीं कर सकता। केंद्र और राज्य दोनों को उपभोक्ताओं के लिए उचित स्तर पर खुदरा ईंधन मूल्य में कमी लाने के लिए बात करनी चाहिए।”
चेन्नई में वित्त मंत्री ने कहा कि OPEC देशों ने उत्पादन का जो अनुमान लगाया था, वह भी नीचे आने की संभावना है जो फिर से चिंता बढ़ा रहा है। तेल के दाम पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इसे तकनीकी तौर पर मुक्त कर दिया गया है तेल कंपनियां कच्चा तेल आयात करती हैं , रिफाइन करती हैं और बेचती हैं।
#WATCH: Finance Minister Nirmala Sitharaman speaks on fuel price hike, “It’s a vexatious issue in which no answer except for fall in fuel price will convince anyone. Both Centre & State should talk to bring down retail fuel price at a reasonable level for consumers…” pic.twitter.com/28LGWNye7I
— ANI (@ANI) February 20, 2021
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज भी कोई राहत नहीं मिली है। आज लगातार 12वें दिन तेल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर चढ़ कर 90.58 रुपये पर चला गया। डीजल भी 37 पैसे का छलांग लगा कर 80.97 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 101.22 पर नॉटआउट है तो वहीं मध्य प्रदेश के भोपाल में अपने पहले शतक से केवल 40 पैसे दूर है। हालांकि अनूपपुर जिले में सामान्य पेट्रोल की कीमत पहले ही 100 रुपये का आंकड़ा पार चुकी है। आज यहां 100.98 रुपये लीटर बिक रहा है।
पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। अगर केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट हटा दें तो डीजल और पेट्रोल का रेट लगभग 27 रुपये लीटर रहता, लेकिन चाहे केंद्र हो या राज्य सरकार, दोनों किसी भी कीमत पर टैक्स नहीं हटा सकती। क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। इस पैसे से विकास होता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved