कोलकाता। आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital) में प्रशिक्षु डॉक्टर (Trainee Doctor) के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में लोग लगातार पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। फिल्मी दुनिया (film world) से ताल्लुक रखने वाले कई सितारों ने अब तक इस मामले पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। लगातार चल रहे विरोध प्रदर्शन (protests) के बीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तीन प्रमुख रंगमंच और फिल्मी हस्तियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए राज्य सरकार (state government) की ओर से उन्हें दिए गए सम्मान लौटाने की घोषणा की है।
सुदीप्ता ने पुरस्कार लौटाने का किया एलान
‘बारीवाली’ जैसी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म के अभिनेता सुदीप्ता चक्रवर्ती, रंगमंच कलाकार बिप्लब बंद्योपाध्याय और अभिनेता चंदन सेन ने मंगलवार को पुरस्कार लौटाने का एलान कर दिया। सुदीप्ता को ममता बनर्जी सरकार ने साल 2013 में विशेष फिल्म पुरस्कार दिया था। सूचना और सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सचिव को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “राज्य की वर्तमान स्थिति और हमारे एक सम्मानित विधायक कंचन मलिक की तरफ से 1 सितंबर को की गई संबंधित टिप्पणियों को ध्यान में रखते हुए मैं अपना प्रमाण पत्र और मुझे दिया गया सम्मान लौटाना चाहती हूं। मैं सड़क पर खड़ी होकर कानूनी और सामाजिक न्याय की अपनी मांग जारी रखना चाहती हूं।” उन्होंने पत्र में आगे लिखा, “मुझे प्रमाण पत्र के साथ 25,000 रुपये की राशि भी दी गई थी। कृपया मुझे वह तरीका बताएं जिससे मैं राशि वापस कर सकूं। आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।”
बिप्लब बंद्योपाध्याय ने कही यह बात
इससे पहले, बंगाली रंगमंच के कलाकार बिप्लब बंद्योपाध्याय ने एलान किया था कि वह पश्चिमबंग नाट्य अकादमी की ओर से इस साल की शुरुआत में उन्हें दिए गए पुरस्कार और 30,000 रुपये की मौद्रिक अनुदान राशि को वापस करने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में राज्य सरकार और पुलिस तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि आर जी कर घटना के बाद वह राज्य द्वारा स्थापित कोई भी पुरस्कार नहीं रख सकते।
चंदन सेन भी लौटाएंगे पुरस्कार
आर जी कर मामले से निपटने के राज्य के तरीके पर सवाल खड़ा करते हुए अभिनेता चंदन सेन ने यह भी घोषणा की कि वह नाट्य अकादमी द्वारा स्थापित ‘दीनबंधु मित्र पुरस्कार’ लौटा रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के सचिव को मेल भेजकर पुरस्कार राशि लौटाने की इच्छा व्यक्त की है।”
9 अगस्त का है मामला
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार रूम में ऑन-ड्यूटी पोस्ट-ग्रेजुएट प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव मिला था। इसके बाद पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर अब सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
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