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    मुझसे राजनीतिक तरीके से लड़ें, NIA, CBI, ED के जरिये नहीं : महबूबा

  • December 24, 2020

    श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर अपने परिवार और मित्रों को जांच के नाम पर आतंकित करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा को राजनीतिक तरीके से लड़ना चाहिए और राष्ट्रीय जांच एजेंसी, केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

    मुफ्ती ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं नयी दिल्ली में बैठ कर सरकार चला रहे लोगों को कहना चाहती हूं कि मुझसे राजनीतिक तरीके से लड़ें। भाजपा मुझसे राजनीतिक रूप से नहीं लड़ रही है… भाजपा के पास इतने मंत्री, सांसद और सरकारें हैं, उन्हें मुझसे राजनीतिक रूप से लड़ना चाहिए। एनआईए, ईडी और सीबीआई के माध्यम से नहीं।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि एनआईए ने पीडीपी के युवा नेता वहीद-उर-रहमान पारा को गिरफ्तार कर उन पर दबाव डाला ताकि उन्हें आतंक के वित्तपोषण से जोड़ा जा सके क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं था।

    उन्होंने कहा, ‘‘वहीद-उर-रहमान पारा को नामांकन पत्र दाखिल करने के एक दिन बाद गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने उसे एक महीने तक अपनी हिरासत में रखा … ऐसा करने का एकमात्र उद्देश्य वहीद को मेरे खिलाफ करना और मुझे आतंकी मामलों में फंसाना था। चूंकि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, वे मुझे आतंकी मामलों से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उसे सोने नहीं दिया गया और अत्याचार किया गया। वहीद से 200 से अधिक लोगों ने पूछताछ की और उन्हें आश्वासन दिया गया कि अगर वह मेरे खिलाफ गवाह बन गये, तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।’’

    उन्होंने कहा, ‘‘मेरे परिवार के अन्य सदस्यों और सहयोगियों को निशाना बनाया गया है। पीडीपी की पूर्व विधायक एवं मेरी दोस्त अंजुम फाजिली के श्रीनगर और दिल्ली स्थित निवास पर छापे मारे गये। बिना किसी कारण के नईद अख्तर, सरताज मदनी और बशीर मीर को उठाया गया और कहीं रखा गया … मैं कह रही हूं कि उठाया गया क्योंकि उन्हें हिरासत में लेने का कोई आदेश नहीं था। फिर अफवाहें फैलायी गयीं कि उनसे काले धन के लेनदेन के मामले में पूछताछ की जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर उस कब्रिस्तान का भी ऑडिट किया जा रहा है, जहां उनके पिता एवं पीडीपी संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सैयद दफन हैं। वे ऑडिट कर रहे हैं कि सैयद की कब्र के लिए पैसा कहां से आया था। वे ऐसा कर रहे हैं क्योंकि मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है।

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