भोपाल। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) बढऩे पर पीडि़तों का ऑक्सीजन लेवल (Oxygen Level) तेजी से गिरता है। ऐेसे में तीसरी लहर (Third Wave) की संभावना को देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) पर बुखार (Fever), बीपी (BP) और ऑक्सीजन लेवल (Oxygen Level) नामने की तैयारी हो रही है। तीसरी लहर (Third Wave) में बच्चों को ज्यादा संख्या में प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में आंगनबाडिय़ों पर बच्चों की प्रारंभिक जांच करने की तैयारी है।
अभी 18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन (Vaccine) नहीं लगी है। तीसरी लहर से सबसे ज्यादा खतरा इसी आयु के लेागों को बताया जा रहा है। इनमें से भी 0 से 10 साल तक के बच्चों के सबसे ज्यादा करीब होती हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता। लिहाजा तीसरी लहर (Third Wave) के लिए प्रदेश में पहली बार इन आंनगाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रहरी बनाने की तैयारियां चल रही हैं। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आंगनबाडिय़ों को पायजट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। भोपाल में 10 आगंनबाड़ी कार्यकर्ता को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कम्युनिटी हेल्थ आफीसर (Community Health Officer) की मदद से प्रशिक्षण दिलाया गया है। इन आंगनबाड़ी में एक NGO के माध्यम से BP नापने की मशीन, पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर (Pulse Oximeter & Thermal Scanner) खरीदकर दिया गया है। वहीं हर व्यक्ति का रिकार्ड (Record) रखने की तैयारियां चल रही हैं। खासकर बच्चों का रिकार्ड रखने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं। बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (Anganwadi Worker) ही घर-घर तक आसानी से पहुंच सकती है, ऐसे में तीसरी लहर (Third Wave) पर काबू पाने के लिए आंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया जा रहा है।
100 आंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रारंभिक चरण में 100 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि बीपी, आक्सीजन का स्तर कम या ज्यादा होने पर इसकी तत्काल एनएनएम महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता को रिपोर्ट करनी होगी। ये एएनएम उन्हें दवाएं उपलब्ध कराएंगी, वहीं ऑनलाइन डाटा फीड कर इसकी जानकारी तत्काल हेडक्वाटर भेजेंगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved