तेजी से गंभीर हो रहे हैं मरीज… अस्पताल जाते-जाते हालत खराब
इंदौर। कोरोना महामारी (corona epidemic) का कहर एक बार फिर शहर को अपने आगोश में ले रहा है। पिछले साल अप्रैल-मई माह में जिस तरह इस बीमारी से कई मौतें (death) हुई थीं, उसी प्रकार इस मार्च और अब अप्रैल में भी मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है। साल के चौथे माह के सिर्फ दो दिन में ही 7 मौतें कोरोना संक्रमण ( infection) से हो चुकी हैं, जो शहर के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
कोरोना महामारी का संक्रमण शहर में फैल चुका है और इसके परिणाम भी लगातार सामने आ रहे हैं। संक्रमित लोगों का आंकड़ा और इससे होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। मार्च माह में ही 26 मौतें हुई थीं, जबकि अप्रैल माह के पहले दिन तीन और दूसरे दिन चार मौतें हुई हैं। यह स्वास्थ्य विभाग ( health department) का आधिकारिक आंकड़ा है, जबकि अस्पतालों से कई एंबुलेंस श्मशान घाट पहुंच रही हैं। एक साल में अब तक इस महामारी से 969 लोगों की मौत हो चुकी है, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा है।
नहीं बढ़ पा रही सैंपलिंग
जिले में सैंपलिंग ( sampling) का काम काफी धीमा हो गया है। कल पूरे जिले में सिर्फ 3867 लोगों की ही जांच हो सकी। ज्यादातर लोग निजी लैब में पहुंच रहे हैं, जहां से जल्दी रिपोर्ट मिलती है। बुलेटिन के अनुसार कल 2508 लोगों की आरटीपीसीआर और 1370 की रैपिड एंटीजन किट (rapid antigen kit) से सैंपलिंग हुई। उनमें से रिकॉर्ड 708 लोग संक्रमित मिले हैं। अब तक 940285 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें 71699 लोग पॉजिटिव आए हैं।
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