उज्जैन। हाल ही में जिला प्रशासन ने बिनोद मिल की चाल के 160 मकानों को हटाने की कार्रवाई शुरु की है। इस बीच समीप बसी हीरा मिल की चाल के रहवासियों को आने वाले दिनों में ऐसी ही कुछ कार्रवाई होने का भय सता रहा है। उल्लेखनीय है कि तहसील कार्यालय की ओर से पिछले महीने के अंतिम सप्ताह में बिनोद मिल की चाल में रहने वाले 160 परिवारों को दो दिसम्बर तक मकान खाली करने के नोटिस थमाए गए थे। इसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई का कहा गया था। हालांकि पहले दिन विरोध के बाद बिनोद मिल की चाल के रहवासियों ने अपने-अपने ठिकाने और मकान खाली करना शुरु कर दिए थे। जिला प्रशासन ने भी इसके लिए रहवासियों को मकान खाली करने और सामान हटाने का समय दिया था।
यह कार्रवाई अभी भी चल रही है। इधर बिनोद मिल की जमीन से जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बीच हीरा मिल की चाल क्षेत्र में भी यहाँ सालों से रह रहे लोगों की चिंताएँ बढ़ गई है। यहाँ भी चाल में लोगों को बिनोद मिल की चाल जैसी कार्रवाई का भय सता रहा है। आगामी दिनों में कार्रवाई को लेकर रहवासियों में तरह-तरह की चर्चाएँ हैं। कोई हीरा मिल को एनटीसी का मामला होने के कारण इस तरह की कार्रवाई से इंकार कर रहा है तो कोई आने वाले दिनों में कार्रवाई होना तय बता रहा है। हालांकि अभी हीरा मिल की जमीन पर कार्रवाई के जिला प्रशासन की ओर से कोई संकेत नहीं हैं।
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