विदिशा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेडिया समुदाय की कई महिलाएं वंचित हैं। अपने अधिकारों की मांग को लेकर मंगलवार को कोलीजा पंचायत की ग्राम दुलई गांव से दो दर्जन से अधिक युवतियां जनसुनवाई में पहुंची। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि पंचायत के सचिव उन्हें लाडली बहन योजना में शामिल नहीं कर रहा है जबकि हमारे गांव में 40 उम्र पार करने वाली जितनी भी महिला हैं सभी को इस योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मामा एक ओर सबको लाड़ली बहना का दर्जा दे रहे हैं आखिर हमारे साथ इस प्रकार का भेदभाव क्यों किया जा रहा है। दलई गांव से आई महिलाओं कहना था कि हम लोग बेडिय़ां समुदाय से हैं और हमारा मुख्य व्यवसाय वेश्यावृत्ति करना है इस काम में हमें पति का नाम नहीं मिल पाता। दुलई गांव से आई युवतियों का कहना था कि मूल रूप से हम लोग वेश्यावृत्ति का काम करते हैं हमारी कभी शादी नहीं होती। मां के नाम से ही हमारे सारे दस्तावेज बने हुए हैं यहां तक की आधार कार्ड में हमारे बाप का नाम नहीं है मां का नाम हैं। दुलई में हम 40 युवती हैं लेकिन हमें इस योजना में शामिल नहीं किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि आपके पिता का नाम बताओ हम ऐसी स्थिति में किसको पिता का नाम दें। हमारे पास जो भी आता है लेकिन वह अपना नाम नहीं देता, सिर्फ हमें उपयोग करता है।
समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाएगा
डिप्टी कलेक्टर विष्णु यादव ने कहा की दुलई पंचायत से बेडिय़ा समुदाय की कुछ युवतियां आई थी जिन्होंने आवेदन दिया है इन सब की उम्र 23 प्लस है। इनका आरोप है कि सचिव लाड़ली बहना योजना के फॉर्म नहीं भर रहा इन सभी का आवेदन लेकर संबंधित विभाग को प्रेषित किया गया है और सचिव तथा सहायक सचिव को बुलाकर जांच करने की आदेश दिए हैं जो भी होगा उनकी समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाएगा।
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