जयपुर: राजस्थान के जयपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस के राष्ट्रीय पोर्टल से FIR का डाटा चुराकर आरोपी और पीड़ित पक्ष को ठगने वाले राजेंद्र मीणा की कुछ हैरान करने वाले कहानी सामने आई है. पुलिस को राजेंद्र के मोबाइल से टीटी की वर्दी और आई कार्ड पहने कुछ फोटो मिली है, जिसके बाद पुलिस का कहना है कि आरोपी मीणा डाटा चुराने से पहले नकली टीटी बनकर लोगों को ठगने का काम करता था. जयपुर पुलिस ने इस मामले में अलवर पुलिस से आरोपी का आपराधिक कुंडली मंगवाई है.
आरोपी राजेंद्र मीणा के पिता रेलवे में बाबू थे. इसी बात का फायदा उठाकर मीणा ट्रेनों में ठगी करता था. आरोपी अपने पिता की रेलवे की जर्सी और आईडी कार्ड पहनकर ट्रेनों में घुसकर लोगों से टिकट मांगता था, जिनके पास टिकट नहीं होती थी. उन लोगों को डरा धमका कर उनसे ठगी किया करता था. पुलिस को रेलवे की जर्सी पहने हुए आरोपी की फोटो उसी के मोबाइल से मिली है, जो साल 2018 की है.
मीणा ने अपनी बीए की पढ़ाई गुजरात की यूनिवर्सिटी से पूरी की है. आरोपी पिछले काफी समय से पुलिस के सीसीटीएनएस पोर्टल से FIR का डाटा चुराकर आरोपी पक्ष और पीड़ित पक्ष को ठगने का काम कर रहा था. आरोपी अब तक 122 FIR डाउनलोड कर चुका हैं. राजेंद्र मीणा खुद को विशेष जांच अधिकारी बताकर 50 हजार से 2 लाख रुपए तक ठगता था. पूरे मामले में जानकारी देते हुए DCP अमित कुमार ने बताया कि कांस्टेबल पूरण को सूचना मिली कि कुछ लोगों ने FIR से नंबर लेकर 40 हजार रुपए की ठगी की है.
FIR से नंबर लेकर ठगी की जानकारी होते ही पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई, जिसमें मुरलीपुरा एसएचओ सुनील जांगिड़, करधनी एसएचओ हरीश सोलंकी और चित्रकूट एसएचओ जहीर अब्बास शामिल थे. टीम ने बड़ी ही मेहनत के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया.
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