वाराणसी। देश के वरिष्ठ अर्थशास्त्री तथा अर्थक्रांति के जनक अनिल बोकिल ने कहा पेट्रोल उत्पाद के दाम आसमान छू रहे हैं। इससे महंगाई का सूचकांक बढ़ चुका है। इससे निजात दिलाने के लिए सरकार सेंट्रल टैक्स समाप्त कर कोरोना काल में बैंक ट्रांजेक्शन चार्ज (बीटीसी) ले तो टैक्स वसूलने के बाद भी पेट्रोल के दाम 40 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगे। सरकार को अर्थक्रांति ट्रस्ट की ओर यह प्रस्ताव भेजा गया है।
वह एबी फाउंडेशन की ओर से कोविड की दूसरी लहर के उपरांत भारतीय व्यवस्था अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार विषयक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार कोविड काल में बीटीसी पर विचार करे तो इससे सरकार को छह लाख साठ हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।
वर्तमान में सरकार को केंद्रीकृत टैक्स से कुल ढाई लाख करोड़ ही मिलते हैं। वर्तमान स्थिति में एक सीमित समय के लिए बैंकों में जीरो प्रतिशत इंटरेस्ट लागू करना आज के समय की मांग है। राजनीतिक विचारक के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि सरकार को अपने रिजर्व पालिसी पर विशेष ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि देश में कृषि पर आधारित अर्थव्यवस्था की अब तक घोर उपेक्षा की गई है। अफगानिस्तान के गजनफर बैंक के निदेशक सुनील पंत ने आर्थिक मामलों के लिए एक भारत की आर्थिक नीति बनाने की बात कही। इस दौरान डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, रंजीत अग्रवाल, प्रज्ञान भट्टाचार्य, लेफ्टिनेंट जनरल विष्णु चतुर्वेदी, सुरेश मनचंदा, रवि पांडेय ने विचार व्यक्त किए। संयोजन वरिष्ठ पत्रकार पद्मपति शर्मा ने किया।
महंगाई पर लगाम नहीं लगी तो सड़क पर उतरेगी सपा
पेट्रोल, डीजल, खाद्य सामग्री में मूल्य वृद्धि के खिलाफ सड़क पर सपा जल्द उतरेगी। महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि मूल्य वृद्धि पर भाजपा सरकार का नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत हुई मन की बात, अब सुन तो लीजिए जनता की बात। भाजपा सरकार को बनारस के लोगों को धोखा देना छोड़ना होगा। नहीं तो बनारस की जनता उन्हें इसका करारा जवाब देगी। चेतावनी दी कि शीघ्र महंगाई पर लगाम नहीं लगी तो लोगों को साथ लेकर सड़कों पर उतरेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved