फर्जी निकली लूट, शेयर बाजार में दो करोड़ रुपए के घाटे के बाद रची साजिश
इंदौर। दो दिन पहले भंवरकुआं क्षेत्र (Bhanwarkuan area) के नेमावर रोड पर हाटपीपल्या के व्यापारी ने खुद के साथ हुई लूट की घटना की जो रिपोर्ट पुलिस (Police Report) को दर्ज करवाई थी वह फर्जी निकली। व्यापारी ने दो बेटों के साथ मिलकर षड्यंत्रपूर्वक लूट की कहानी रची, ताकि लोगों को उधारी का पैसा नहीं देना पड़े। व्यापारी का बड़ा बेटा शेयर बाजार में ज्यादा पैसा हार गया था, जिसके चलते उस पर कर्ज हो गया था। लेनदार व्यापारी को तगादा लगा रहे थे। व्यापारी ने बेटों के साथ मिलकर लूट की कहानी रच दी। पुलिस ने व्यापारी सहित उसके दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
भंवरकुआं टीआई राजकुमार यादव (Bhanwarkuan TI Rajkumar Yadav) ने बताया कि प्रशांत पिता श्रीकृष्ण जीवन अग्रवाल निवासी बागली मार्ग हाटपीपल्या का वहीं पर अग्रवाल ब्रदर्स के नाम से व्यापार है। प्रशांत ने भंवरकुआं थाने आकर रिपोर्ट लिखाई थी कि वह देवास से इंदौर के एक व्यापारी को पेमेंट देने के लिए आ रहा था। इस दौरान वह नेमावर रोड पर जयराम तौलकांटे के पास आकर रुका और मोबाइल से जिस व्यापारी को रुपए देना थे उससे बात करने लगा। इस दौरान साढ़े तीन लाख रुपयों से भरा बैग बाइक से आए दो बदमाश छीनकर भाग गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम लगाई। टीम ने अलग-अलग जगह सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिसमें पहले तो घटना सही लग रही थी, क्योंकि फुटेज में उसका बैग छीनकर ले जाते हुए दो बाइक सवार दिख रहे थे।
अलग-अलग बातें कहने लगा व्यापारी
पुलिस की कुछ टीमें तो आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थीं, जबकि टीआई यादव और अन्य व्यापारी से पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान व्यापारी प्रशांत ने बताया कि उसके साथ जब लूट हुई तो उसकी आंख में मिर्च पावडर उड़ाया गया था। इस पर पुलिस ने उससे पूछा कि मिर्च झोंकने के बाद आंखें लाल होती हैं और जलन लगती है, लेकिन तुम्हारी आंखों में तो ऐसा कुछ नहीं हो रहा। इस पर वह कहने लगा कि मिर्च पावडर उसकी पीठ पर उड़ा था, लेकिन जांच के दौरान कपड़ों में कहीं भी मिर्च पावडर नहीं दिखा। जब प्रशांत के दोनों बेटों को बुलकर अलग-अलग बयान लिए तो वे भी अलग-अलग बातें कहने लगे। कभी कहते कि आरोपी स्कूटी से आए थे तो कभी कहते कि बाइक से।
सख्ती के बाद उगली असली कहानी
पुलिस ने प्रशांत, उसके बेटों योगेश और अमन को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की और सख्ती दिखाई तो तीनों टूट गए। इसके बाद योगेश ने बताया कि वह शेयर बाजार में करीब 2 करोड़ रुपए हार गया था। कई लोगों से रुपए उधार लेने के साथ दुकान के लिए उधार माल भी लिया था। जिनसे माल और रुपया लिया था वह तगादा लगा रहे थे, लेकिन किसी को देने के लिए एक फूटी कौड़ी नहीं थी। एक सरिया कारोबारी को 30 लाख रुपए देना थे। वह ज्यादा तगादा लगा रहा था, इसलिए लूट की योजना बनाई, ताकि उधारी वाले उन पर दबाव न बनाएं।
बैग में रुपयों की जगह पुष्टे भरकर पहले पिता और फिर बेटे पहुंचे मौके पर
जिस जगह वारदात होना बताया गया वहां पहले व्यापारी प्रशांत बाइक से आकर खड़ा हो गया। उसकी बाइक की टंकी पर एक बैग रखा था, जिसमें रुपयों की जगह पुष्टे भरे हुए थे। पीछे से आए बेटों योगेश और अमन ने पिता का पुष्टों से भरा बैग लूट लिया था। तीनों ने षड्यंत्र रचने के साथ घटना को इसलिए फिल्म सीन में दर्शाया, ताकि सीसीटीवी फुटेज में वारदात सही लगे
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved