डेस्क। बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्री दीया मिर्जा 9 दिसंबर को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करती हैं। अब फिल्मों में भले ही उनकी मौजूदगी कम हो रही हो लेकिन उनके चाहने वालों की फेहरिस्त आज भी बेहद लंबी है। वहीं 40 के बाद भी एक्ट्रेस अपनी खूबसूरती और चेहरे की मीठी मुस्कान से फैंस का दिल लूट लेती हैं। एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में तो संघर्ष किया ही है उनकी निजी जिंदगी भी आसान नहीं रही है। अभिनेत्री की मां बंगाली हैं, जबकि उनके पिता जर्मन हैं लेकिन वह इसके बावजूद अपना सरनेम मिर्जा लगाती हैं।
9 दिसंबर 1981 को हैदराबाद में जन्मीं दीया मिर्जा ने बॉलीवुड में अपनी काबिलियत के दम पर अलग मुकाम हासिल किया है। हालांकि उनका ये सफर इतना आसान नहीं था। दीया मिर्जा ने कम ही फिल्मों में काम किया है लेकिन उनसे ही एक अलग छाप छोड़ी है और फैंस को दिलों में खास जगह बनाई है। दीया मिर्जा को उनकी पहली फिल्म ‘रहना है तेरे दिल में’ से खूब लोकप्रियता हासिल हुई थी और आज भी उन्हें कई लोग इस फिल्म की हीरोइन के तौर पर जानते हैं। इसके बाद एक्ट्रेस दीवानापन, तुमको न भूल पाएंगे, दम, परिणीता, लगे रहो मुन्नाभाई और संजू जैसी कई फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।
क्यों मुस्लिम सरनेम लगाती हैं दीया मिर्जा
अभिनेत्री दीया मिर्जा की मां दीपा बंगाली हिंदू हैं जबकि उनके पिता फैंक हैडरिच जर्मन, ईसाई हैं लेकिन उनके माता-पिता का तलाक हो गया। उस समय दीया मिर्जा की उम्र चार साल थी। एक्ट्रेस की मां ने हैदराबाद के ही रहने वाले अहमद मिर्जा से दूसरी शादी कर ली। उनकी मां के दूसरे पति अहमद मिर्जा ने भी दीया को दिल से स्वीकार किया और अभिनेत्री उनसे काफी लगाव रखती हैं। इसी वजह से दीया मिर्जा ने अपने नाम के आगे मिर्जा सरनेम लगाना शुरू कर दिया।
18 साल की उम्र में नाम किया मिस एशिया पैसिफिक का खिताब
अभिनेत्री दीया मिर्जा ने 16 साल की कम उम्र में ही एक मल्टीमीडिया कंपनी में काम करना शुरू कर दिया था और 18 साल की उम्र में दीया मर्जा ने मिस एशिया पैसिफिक का खिताब अपने नाम कर लिया था। इसी के बाद से बॉलीवुड में उनके लिए रास्ते बने। दीया मिर्जा ने अक्टूबर 2014 में अपने बिजनेस पार्टनर साहिल सांगा के साथ शादी की थी हालांकि उनका ये रिश्ता लंबे समय तक नहीं चला। इसके बाद एक्ट्रेस ने साल 2021 में वैभव रेखी से शादी की है और वह एक खुशहाल शादी-शुदा जिंदगी बिता रही हैं।
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